- अगस्त-सितंबर में वाहनों की थोक बिक्री को प्रभावित हो सकती है।
- चिप की कमी उत्पादन को नुकसान पहुंचा रही है।
- अर्धचालक सिलिकॉन चिप होते है जो नियंत्रण और मेमोरी संबंधी कार्यों को पूरा करता है।
मुंबई : अर्धचालक चिप की वैश्विक कमी ऑटोमोबाइल उत्पादन को प्रभावित कर रही है और यह समस्या मांग होने के बावजूद अगस्त-सितंबर में थोक बिक्री को प्रभावित कर सकती है। वित्तीय सेवा फर्म जेफरीज ने एक रिपोर्ट में कहा कि अगस्त में यात्री वाहनों और ट्रैक्टरों के पंजीकरण में 2019 की समान अवधि की तुलना में 41-44 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई, और ट्रक पंजीकरण में भी सुधार हो रहा है। हालांकि, 2019 की समान अवधि की तुलना में इस साल अगस्त में दोपहिया वाहनों के पंजीकरण में 19 प्रतिशत की गिरावट आई।
जेफरीज ने कहा कि चिप की कमी उत्पादन को नुकसान पहुंचा रही है और इससे अगस्त-सितंबर में थोक बिक्री प्रभावित हो सकती है। रिपोर्ट में आगे कहा गया कि मारुति, बजाज और रॉयल एनफील्ड जैसी कंपनियों ने सितंबर तिमाही में इसका बढ़ा हुआ प्रभाव देखा।
मलेशिया में हाल ही में महामारी के चलते लगाए गए लॉकडाउन से इन बाधाओं में बढ़ोतरी हुई। अर्धचालक सिलिकॉन चिप होते हैं जो ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर और सेलफोन से लेकर विभिन्न अन्य इलेक्ट्रॉनिक वस्तुओं के उत्पादों में नियंत्रण और मेमोरी संबंधी कार्यों को पूरा करते हैं।