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कुछ वाहन निर्माताओं के डबल स्टैंडर्ड पर भड़के गडकरी, कहा भारतीयों की जान कीमती नहीं

अंशुमन साकल्ले | Senior Special Correspondent
Updated Jun 28, 2022 | 18:09 IST

Intel India द्वारा आयोजित प्रेस वार्ता में सड़क सुरक्षा पर बात करते हुए केंद्रीय मंत्री Nitin Gadkari ने कुछ वाहन निर्माताओं को लेकर एक बात कही. उन्होंने कहा जो कार विदेशों में सुरक्षित है, वहीं भारत में कम सेफ्टी रेटिंग क्यों ला रही है.

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विदेश में जो कार सेफ है, भारत में वहीं कार अनसेफ जाती हैं - नितिन गडकरी
मुख्य बातें
  • कुछ वाहन निर्माताओं पर गडकरी का तंज
  • बोले विदेश में गाड़ी से लेकिन भारत में नहीं
  • इंटेल की प्रेस वार्ता में सड़क सुरक्षा पर बात

Nitin Gadkari On Dual Standard Of Some Automakers: रोड सेफ्टी को लेकर इंटेल इंडिया (Intel India) द्वारा आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने कुछ वाहन निर्माताओं पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि विदेश में जो कार सेफ है, भारत में वहीं कार अनसेफ जाती हैं. केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा "कुछ लोगों के लिए भारतीय ग्राहकों की जान शायद उनती कीमती नहीं है. सड़क सुरक्षा को लेकर गडकरी ने कहा कि सरकार लोगों की जान बचाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और हमें ये काम मिल-जुलकर करना होगा. इस काम में बहुत बड़ा योगदान ऑटो जगत का भी होगा.”

 हर घंटे 400 लोग अपनी जान गंवा देते हैं

इंटेल इंडिया की इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में नितिन गडकरी ने आगे कहा, “सड़क सुरक्षा के लिए तीन सबसे महत्वपूर्ण पॉइंट हैं सुरक्षित वाहन, सुरक्षित सड़कें और सुरक्षित ड्राइवर्स. भारत में आज ये देश की बड़ी समस्या है जहां हर साल 5 लाख दुर्घटनाएं होती हैं और इनमें 1.5 लाख लोग जान गंवा देते हैं, वहीं 3 लाख से ज्यादा लोग गंभीर रूप से घायल होते हैं. हर घंटे भारत में दुर्घटनाओं की वजह से करीब 400 लोग अपनी जान गंवा देते हैं जो चिंता का बड़ा विषय है.”

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 मुश्किल काम जरूर है, लेकिन असंभव नहीं

गडकरी ने आगे कहा, “तमाम प्रयासों के साथ भारत में 2025 तक दुर्घटना में मरने वालों की संख्या को 50 प्रतिशत तक कम करना है और 2030 तक इस आंकड़े को शून्य तक लेकर आना है. ये मुश्किल काम जरूर है, लेकिन असंभव नहीं है. हम सबके प्रयासों से ये मुमकिन हो सकता है. अर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यहां बहुत जरूरी है और नई तकनीक जो पहले से मैजूद हैं, वो लोगों की जान बचाने के में काफी कारगर साबित हो रही हैं. रोड सेफ्टी बढ़ाने के लिए हमें ऑटोमोबाइन कंपनियों के साथ मिलकर 3 दिन का एक कोर्स कराना चाहिए, जहां उन्हें ड्राइविंग के बारे में सिखाने के साथ 3 दिन का सर्टिफिकेट भी देना चाहिए.”