- बीजेपी इतिहास दोहराने की कोशिशों में जुटी
- कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर के सहारे अपने लिए जमीन तलाश रही
- 16 निगमों के लिए कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
Bhopal: मध्यप्रदेश में इस बार होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के तहत प्रदेश के 16 निगमों में मेयर की कुुर्सी पर काबिज होने को लेकर दोनों दिग्गज पार्टियां पूरी ताकत झोंक रही हैं। जहां रूलिंग पार्टी बीजेपी अपना राज बरकरार रखने के लिए दमखम दिखा रही है। वहीं कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर के भरोसे अपनी जीत का आगाज करने की फिराक में दिख रही है। आपको बता दें कि एमपी की शिवराज सरकार के कई मंत्री बड़े शहरों से हैं, जिसके चलते निकाय चुनाव में जीत उनके लिए अहम है।
राजधानी भोपाल की बात करें तो कांग्रेस की मेयर केंडिडेट विभा पटेल के चुनाव की कमान पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सहित एमएलए पीसी शर्मा व कई वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने संभाल रखी है। वहीं बीजेपी की मालती राय के पक्ष में खुद सीएम शिवराजसिंह व बीजेपी के प्रदेश मुखिया वीडी शर्मा रोड शो के जरिए जनता को पक्ष में करने की कोशिश करते दिख रहे हैं।
ग्वालियर-इंदौर में कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
सूबे के ग्वालियर व इंदौर में कई मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर है। इंदौर में जहां भाजपा उम्मीदवार के लिए सांसद शंकर ललवान, पूर्व मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, मंत्री ऊषा ठाकुर, मंत्री तुलसी सिलावट व एमएलए रमेश मेंदोला प्रचार के मैदान में हैं। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार पूर्व मंत्री जीतू पटवारी व विजयलक्ष्मी साधो के साथ जीत के जुगाड़ में हैं। इधर, ग्वालियर सहित मुरैना में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व ज्योतिरादित्य सिंधिया बीजेपी प्रत्याशियों के लिए वोट मांग रहे हैं। वहीं कांग्रेस उम्मीदवार के लिए खुद पीसीसी चीफ कमलनाथ व पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह सहित कई प्रमुख कांग्रेसी नेता चुनाव प्रचार में जुटे हैं।
कई सीटों पर घमासान
निकाय चुनाव को लेकर प्रदेश के सागर, जबलपुर व उज्जैन आदि निगमों में मेयर किस पार्टी का बने, इसके लिए नेताओं में घमासान है। राजनीतिक हल्कों से आ रही चर्चाओं के मुताबिक इन इलाकों में जातीय समीकरणों के जरिए वोटों में सेंध लगाने की जुगत चल रही है। जहां सागर में बीजेपी के नेताओं की मजबूत पकड़ को जीत का आधार माना जा रहा है। वहीं जबलपुर में बिश्नोई समाज की नाराजगी बीजेपी की चिंता बढ़ा रही है। इधर, उज्जैन में जहां बीजेपी के मंत्री सांसद मेहनत कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस खेमे की ओर से पूर्व मंत्री सज्जन सिंह प्रचार को अंजाम दे रहे हैं।