- भीषण गर्मी में भी खुल हैं भोपाल में स्कूल
- मानव अधिकार विभाग का नोटिस जारी
- भोपाल और इंदौर कलेक्टर को भेजा गया नोटिस
Bhopal Heatwave: मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी के हाहाकार के बावजूद स्कूलों में बच्चों को बुलाया जा रहा है, जिस वजह से उनकी तबियत पर असर पड़ रहा है। ऐसे में मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के अध्यक्ष नरेंद्र कुमार जैन ने आयोग को मिली एक अभिभावक की शिकायत पर संज्ञान लेते हुए नोटिस जारी कर डीपीआई आयुक्त, लोक शिक्षण संचालनालय, मध्यप्रदेश, भोपाल कलेक्टर और इंदौर कलेक्टर से 4 मई 2022 तक जवाब मांगा है।
गौरतलब है कि, अपना नाम जाहिर न करते हुए इंदौर शहर निवासी एक अभिभावक ने आयोग को लिखित शिकायत में बताया था कि, वर्तमान में भीषण गर्मी विकराल रूप से पड़ रही है। दिन का तापमान 42 से 44 डिग्री तक पहुंच रहा है। इन विषम परिस्थितियों में भी स्कूलों का निरंतर संचालन किया जा रहा है, जिससे छोटे-छोटे मासूम बच्चों पर अत्याचार व उनके मानव अधिकारों का खुला हनन हो रहा है।
शिकायतकर्ता अभिभावक ने आयोग से किया अनुरोध
शिकायतकर्ता ने कहा था कि, इससे बच्चों की सेहत पर भी काफी गलत असर पड़ रहा है। बच्चों में उल्टी-दस्त, लू-बुखार, सिरदर्द, कमजोरी, डिहाइड्रेशन, चिड़चिड़ापन आदि स्वास्थ्य समस्याओं से बच्चे बुरी तरह ग्रसित हो रहे हैं। इसी को देखते हुए शिकायतकर्ता की मांग थी कि, इस भीषण ग्रीष्मकाल में स्कूलों का संचालन बंद कराया जाए। आवेदक ने आयोग से अनुरोध किया है कि, भट्टी के समान तपने वाले भोपाल और इंदौर के सभी स्कूलों का संचालन तत्काल प्रभाव से बंद कराकर बच्चों के मानव अधिकारों की रक्षा की जाए। आयोग ने आवेदक की मानवीय भावनाओं को पूरी संवेदनशीलता के साथ ग्राह्य कर उपरोक्त अधिकारियों से 4 मई 2022 तक जवाब मांगा है।
भोपाल में लू का अलर्ट जारी
बता दें कि, मध्य प्रदेश में गर्मी का हाहाकार जारी है। तेज धूप और गर्म हवाओं ने लोगों का घरों से बाहर निकलना मुश्किल कर दिया है। मौसम विभाग ने राजधानी भोपाल समेत कई जिलों में लू का अलर्ट जारी किया है। आगे भी मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भीषण गर्मी के पड़ने का अंदेशा है।