- डीएम ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अधिकारियों को दिए कई निर्देश
- शनि मंदिर में स्नान के लिए फव्वारे लगेंगे
- शिप्रा नदी के घाट भी साफ किए जाएंगे
MP News: बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में सावन- भाद्रपद की सोमवार को निकली अंतिम शाही सवारी के बाद अब प्रशासन शनिश्चरी अमावस्या के स्नान की तैयारियों में जुट गया है। आपको बता दें कि, आगामी 27 अगस्त शनिवार को शनिश्चरी अमावस्या पर्व है। सनातन मान्यता के मुताबिक इस दिन देश के कोने-कोने से बड़ी संख्या में श्रद्धालु मोक्ष दायिनी मां शिप्रा में स्नान करते हैं।
वहीं उज्जैन के त्रिवेणी इलाके में स्थित शनि मंदिर के दर्शन व पूजा अर्चना करते हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी ना हो और शनि मंदिर के उन्हें आसानी से दर्शन हो इसके लिए जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा है। जिसके लिए उसकी व्यवस्थाओं के लिए डीएम आशीष सिंह, एसएसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ल व निगम आयुक्त अंशुल गुप्ता सहित कई आला अधिकारियों ने शनि मंदिर का निरीक्षण किया। इस मौके पर डीएम ने व्यवस्थाओं को लेकर संबंधित लोगों को कई निर्देश भी दिए।
शनि मंदिर में लगेंगे फव्वारे
डीएम के मुताबिक प्रदेश में बारिश जोरों पर हैं। मंदिर में स्नान को आने वाले भक्तों के लिए मंदिर में फव्वारे लगाने के निर्देश दिए हैं। वहीं पुरुष व महिला श्रद्धालुओं के लिए अलग- अलग अलग-अलग स्नान व्यवस्था व चेंजिंग रूम बनाने के लिए भी कहा गया है। वहीं अधिकारियों को जरूरत के मुताबिक श्रद्धालुओं के प्रवेश एवं निकास की सुगम व्यवस्था, प्रॉपर बैरिकेडिंग, पार्किंग, पेयजल और अस्थाई शौचालय आदि की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए हैं। इसके अलावा नगर निगम, लोक निर्माण विभाग एवं खनिज विभाग के अधिकारियों को सड़कों पर गड्ढों को भरने के लिए को मुरम व चूरी डालने के लिए कहा गया है।
पानी उतरने के बाद घाटों की होगी सफाई
डीएम के मुताबिक जिन स्थानों पर पानी भर रहा है या फिर सड़कें खराब हैं उन्हें मिट्टी का भराव कर ठीक किया जाए। ताकि यहां आने वाले श्रद्धालुओं को कीचड़ से कोई परेशानी ना हो। आपको बता दें कि, हालिया समय में मध्य प्रदेश में कई जिले भारी बारिश और बाढ़ से मची तबाही से प्रभावित हैं। सूबे में कई नदी-नाले पूरे उफान पर हैं। अगर उज्जैन की बात करें तो शनि मंदिर के घाट शिप्रा की बाढ़ में डूबे हैं। जिला कलेक्टर की ओर से घाटों से पानी उतरने के बाद कोई अनहोनी ना हो इसके लिए नगर निगम के अधिकारियों को घाटों की सफाई कर कीचड़ व काही हटाने के लिए कहा गया है। गौरतलब है कि, उज्जैन में अब तक 921.09 मिली मीटर बारिश हुई है।