- वैश्विक स्तर पर ईंधन की बढ़ती कीमतें चिंता का विषय हैं- वित्त मंत्री।
- जीएसटी काउंसिल की अगली बैठक में विमान ईंधन को GST के दायरे में लाने के मुद्दे पर चर्चा होगी।
- एटीएफ को जीएसटी में शामिल करने का अंतिम फैसला जीएसटी काउंसिल लेगी।
ATF under GST: देश में ईंधन की लगातार बढ़ रही कीमतों के बीच जल्द ही हवाई सफर करना सस्ता हो सकता है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने इस बात के संकेत दिए हैं। यात्रियों को राहत देने के लिए सरकार जल्द ही अहम कदम उठा सकती है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रविवार को कहा कि वह जीएसटी परिषद (GST Council) की आगामी बैठक में एविएशन टर्बाइन फ्यूल (ATF) को जीएसटी (GST) के तहत शामिल करने का मुद्दा उठाएंगी।
बजट (Budget 2022) के बाद बातचीत के के दौरान उद्योग मंडल एसोचैम (Assocham) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि वैश्विक ईंधन की कीमतें बढ़ रही हैं, जो चिंता का विषय है।
परिषद द्वारा लिया जाएगा फैसला
सीतारमण ने कहा कि जीएसटी में एटीएफ को शामिल करने का अंतिम निर्णय परिषद द्वारा लिया जाएगा, जिसमें केंद्र और राज्य सरकारों के वित्त मंत्री शामिल होंगे। मालूम हो कि 1 जुलाई 2017 को जब जीएसटी पेश किया गया था, तो पांच वस्तुओं - कच्चे तेल, प्राकृतिक गैस, पेट्रोल, डीजल और एटीएफ को केंद्र और राज्य की राजस्व निर्भरता को देखते हुए इसके दायरे से बाहर रखा गया था।
मौजूदा समय में केंद्र सरकार एटीएफ पर उत्पाद शुल्क लगाती है, जबकि राज्य सरकारें वैट वसूलती हैं। तेल की बढ़ती कीमतों के साथ उत्पाद शुल्क के साथ ये टैक्स समय-समय पर बढ़ाए गए हैं। जीएसटी में तेल उत्पादों को शामिल करने से न केवल कंपनियों को मदद मिलेगी, बल्कि देश में ईंधन पर कराधान में एकरूपता भी आएगी। ईंधन की बढ़ती वैश्विक कीमतें सबके लिए चिंता का विषय है। महामारी के बाद विमानन उद्योग पूरी तरह से उबर नहीं पाया है।