- पतंजलि आयुर्वेद के 250 करोड़ रुपए के डिबेंचर को बाजार में उतारा गया
- बाजार में आने के मात्र तीन मिनट में पूर्ण अभिदान मिल गया
- यह निवेशकों के उत्साह और भरोसे को बताता है
नई दिल्ली : बाबा रामदेव की अगुवाई वाली पतंजलि आयुर्वेद के 250 करोड़ रुपए के डिबेंचर को गुरुवार को बाजार में आने के मात्र तीन मिनट में पूर्ण अभिदान मिल गया। पतंजलि आयुर्वेद के मैनेजिंग डायरेक्टर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि यह ऐतिहासिक है। कुल 250 करोड़ रुपए के एनसीडी (गैर परिवर्तनीय डिबेंचर) को खुलने के तीन मिनट के भीतर ही पूर्ण अभिदान मिल गया। यह निवेशकों के उत्साह और भरोसे को बताता है। हरिद्वार की कंपनी इस राशि का उपयोग कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करने और आपूर्ति प्रणाली नेटवर्क मजबूत करने में करेगी।
देश का सबसे विश्वसनीय ब्रांड
बालकृष्ण ने कहा कि यह लोगों के भरोसे को दर्शाता है। इसी भरोसे ने पतंजलि को देश का सबसे विश्वसनीय ब्रांड बनाया है और स्वामी रामदेव की अगुवई में स्वदेशी आंदोलन को गति दी है जो मजबूत और आत्म-निर्भर भारत के लिए जरूरी है।
पंतजलि आयुर्वेद का पहला बॉन्ड
हाल के वर्षों में दैनिक उपयोग के सामान बनाने के मामले में प्रमुख कंपनी बनी पंतजलि आयुर्वेद का यह पहला बॉन्ड निर्गम है। पतंजलि के एनसीडी पर कूपन दर (ब्याज दर) 10.10 प्रतिशत जबकि इसकी परिपक्वता अवधि तीन साल है। इसकी मैच्योरिटी तिथि 28 मई 2023 है। डिबेंचर को ब्रिकवर्क ने एए रेटिंग दी है।