लाइव टीवी

वक्त रहते निपटाएं काम, इस सप्ताह दो दिन बैंकों में रहने वाली है हड़ताल, ये है वजह

Updated Dec 13, 2021 | 15:25 IST

Bank Strike: बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2021 और सरकारी बैंकों के निजीकरण के विरोध में इस सप्ताह हो दिन की हड़ताल है।

Loading ...
इस सप्ताह दो दिन बैंकों में रहने वाली है हड़ताल, ये है वजह (Pic: iStock)
मुख्य बातें
  • अपने बैंकिंग काम की प्लानिंग छुट्टियों की लिस्ट देखकर करें।
  • 16 और 17 दिसंबर को बैंकों की दो दिन की हड़ताल है।
  • शिलांग में बैंक लगातार 4 दिन बंद रहेंगे।

Bank Strike: अगर आपको इस सप्ताह बैंक से जुड़ा कोई काम निपटाना है तो देर न करें। अगर आप बैंक जाने का प्लान बना रहे हैं तो यह खबर आपके लिए जरूरी हो सकती है। इस हफ्ते देश के सरकारी बैंक कर्मचारी 16 और 17 दिसंबर को हड़ताल करेंगे। इसके बाद 18 दिसंबर, यानी शनिवार को 'यू सोसो थाम की पुण्यतिथि' के चलते शिलांग में बैंक बंद रहेंगे। फिर उसके अगले दिन, यानी 19 दिसंबर को देश के सभी राज्यों में बैंक बंद हैं, क्योंकि उस दिन रविवार है। इस तरह इस हफ्ते शिलांग में लगातार 4 दिन और अन्य राज्यों में इस हफ्ते तीन दिन बैंक बंद (Bank Holidays) होंगे। ऐसे में आपको वक्त रहते बैंक के काम निपटा लेने चाहिए।

सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों को 13 कंपनियों के ऋण बकाया (Loan Default) के कारण लगभग 2.85 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। जबकि बैंक यस बैंक और आईएल एंड एफएस जैसे संकटग्रस्त संस्थानों को उबारने का काम करते रहे हैं। बैंकों के संघ यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (United Forum of Bank Unions, UFBU) ने सोमवार को यह आरोप लगाया।

यूएफबीयू के संयोजक बी रामबाबू ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि संगठन ने बैंकिंग कानून (संशोधन) विधेयक 2021 (Banking Laws (Amendment) Bill 2021) के विरोध में और सरकारी बैंकों के निजीकरण (Privatisation) के केंद्र के कथित कदम का विरोध करते हुए 16 और 17 दिसंबर को पूरे देश में बैंकों की दो दिन की हड़ताल का आह्वान किया है।

2,84,980 करोड़ रुपये का हुआ नुकसान
यूएफबीयू द्वारा दिए गए आंकड़ों के अनुसार, 13 निजी कंपनियों का बकाया 4,86,800 करोड़ रुपये था और इसे 1,61,820 करोड़ रुपये में निपटाया गया, जिसके परिणामस्वरूप 2,84,980 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ।

यस बैंक को SBI ने संकट से निकाला
उन्होंने कहा, 'यह भी एक सच्चाई कि सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों का इस्तेमाल निजी क्षेत्र के संकटग्रस्त बैंकों जैसे ग्लोबल ट्रस्ट बैंक, यूनाइटेड वेस्टर्न बैंक, बैंक ऑफ कराड, आदि को राहत देने के लिए किया गया है। हाल के दिनों में, यस बैंक को सरकारी बैंक भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने संकट से निकाला। इसी तरह निजी क्षेत्र की सबसे बड़ी एनबीएफसी (गैर बैंकिंग वित्त कंपनी), आईएल एंड एफएस, को सार्वजनिक क्षेत्र के एसबीआई और एलआईसी ने संकट से निकाला।'

(एजेंसी इनपुट- भाषा)

Times Now Navbharat पर पढ़ें Business News in Hindi, साथ ही ब्रेकिंग न्यूज और लाइव न्यूज अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें ।