- अब बीयर शॉप के लिए हर साल लाइसेंस नहीं लेना होगा
- बीयर के लाइसेंस में कोई बढ़ोतरी भी नहीं की गई है
- शराब लाइसेंस के शुल्क में थोड़ी वृद्धि की गई है
नई दिल्ली:1 अप्रैल से नए वित्तीय वर्ष शुरू होने जा रहा है कि इसके साथ ही वहीं 1 अप्रैल से उत्तर प्रदेश में नई आबकारी नीति लागू हो जाएगी, मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक बताया जा रहा है कि अप्रैल से उत्तर प्रदेश में पहली बार बीयर की कीमत कम होने जा रही हैं, इसके साथ ही देसी तथा अंग्रेजी शराब की कीमतों में वृद्धि देखने को मिलेगी।
नए आबकारी सत्र के शुरू होने के साथ ही बीयर, देसी तथा अंग्रेजी शराब के नए दाम लागू होंगे कहा जा रहा है कि नई आबकारी नीति में बीयर की एक्साइज ड्यूटी तथा लाइसेंस की कीमतों में कोई वृद्धि नहीं की गई है इसीलिए उसके दाम नहीं बढेंगे बल्कि उसमें थोड़ी कमी ही आएगी।
नई आबकारी नीति के मुताबिक अब बीयर शॉप के लिए हर साल लाइसेंस नहीं लेना होगा एक बार में तीन साल के लिए लाइसेंस जारी किया जाएगा इसके अलावा बीयर के लाइसेंस में कोई बढ़ोतरी भी नहीं की गई है।
कहा जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के कुछ शहरों में फिलहाल बीयर की खपत कम है और बीयर की मांग बढ़ाने के लिए इसकी कीमत कम की जा रही हैं। शराब लाइसेंस के शुल्क में थोड़ी वृद्धि की गई है इसीलिए शराब की कीमत भी बढ़ा दी गई हैं उसमें थोड़ा सा अंतर आएगा ऐसा कहा जा रहा है, वही अंग्रेजी शराब के क्वाटरों में 15 से 20 रुपये की वृद्धि होने की बात सामने आ रही है।
बात अगर दिल्ली से लगे नोएडा और गाजियाबाद की करें तो इसका फायदा इन शहर में रहने वाले बीयर के शौकीनों को होगा क्योंकि अब उन्हें सस्ती बीयर के लिए दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी उन्हें यहीं कम दाम पर बीयर का मजा मिलेगा।
कम कीमत की वजह से नोएडा और गाजियाबाद के लोग दिल्ली से बीयर खरीदना पसंद करते हैं बताते हैं कि इस वजह से उत्तर प्रदेश के इन अहम शहरों में में बीयर विक्रेताओं के माल की खपत पूरी नहीं हो पाती है।