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धोखेबाजों से सावधान! फोन में फेक मैसेज तो नहीं आ रहा है? खाली हो सकता है आपका बैंक अकाउंट

Updated Jan 25, 2021 | 12:10 IST

आपके मोबाइल पर लुभवाने मैसेज आते हैं? लाखों करोड़ों रुपए जीतने की बात कही जाती है। बैंक हमें सतर्क कर रहा है। यहां जानिए धोखेबाजों को कैसे पहचानें।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
सावधानी से करें डिजिटल लेनदेन

डिजिटल लेनदेन और बैंकों, वित्तीय संस्थानों और अन्य स्रोतों द्वारा प्रदान की जाने वाली सेवाओं की संख्या काफी है। इसके साथ ही देश में ऑनलाइन धोखाधड़ी भी चरम पर है। ऑनलाइन लेनदेन करते समय और अगर किसी व्यापारियों, दुकानदारों द्वारा ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा जाए तो उस समय काफी सावधानी बरतनी चाहिए। यानी ऑनलाइन ट्रांजेक्शन सर्विस के इस्तेमाल के समय चौकन्ने रहें। क्योंकि आपके ऊपर धोखेबाजों की भी नजर हो सकती है।

अगर खाताधारक चौकस और जागरूक हो तो इन धोखाधड़ी से काफी हद तक बचा जा सकता है। ICICI बैंक ने अपने ग्राहकों को एक ईमेल में, बैंकिंग धोखाधड़ी से दूर रहने के लिए तीन टिप्स साझा की हैं।

ICICI बैंक के तीन टिप्स,  जिससे धोखेबाजों को पहचान में मदद कर सकती है मदद:-

  1. BP-BeanYTM सेंडर: आपका KYC सफलतापूर्वक अपडेट हो गया है। अब आप 1300 रुपए के कैशबैक के लिए पात्र हैं। अपनी कैशबैक का दावा करने  के लिए यहां पर विजिट करें- http://311agtr । आईसीआईसीआई बैंक कहना है: KYC अपडेट करने लिए किसी भी तरह की पुरस्कार राशि नहीं दी जाती है है। इससे साफ होता है इस तरह के मैसेज फेक  हैं। यह फेक मैसेज का लिंक है जो दिखता भी फेक है।
  2. Y-Cash भेजने वाला: बधाई हो, आपके खाते में 3,30,000 रुपए जमा किए गए हैं। कृप्या आप अपना डिटेल http://i2urewards.cc/33 पर भरें। ICICI बैंक ने कहा कि कोई भी कंपनी कभी भी फ्री में इतनी अधिक मात्रा में कैश नहीं देती है और ऊपर दिए गए लिंक में मैसेज फेक है।
  3. 8726112@vz.com से भेजने वाला: आपका आईटी रिफंड शुरू कर दिया गया है। क्लैम करने का आज आखिरी दिन है। इसके लिए वेबसाइट Http://itr.trn./toref पर जाएं। इस मैसेज पर  ICICI बैंक का कहना है कि भेजने वाले की संदिग्ध आईडी पर ध्यान दें। देखिए कि वे किस तरह से फेक है।

इससे पहले, भारतीय स्टेट बैंक ने भी अपने ग्राहकों को सतर्क रहने और ऑनलाइन किसी भी भ्रामक और फेक मैसेज के झांसे में न आने की चेतावनी दी थी। आइए भारत के सबसे बड़े सरकारी बैंक SBI द्वारा उठाए गए कदमों पर नजर डालें:-

  1. एटीएम या पीओएस मशीन पर एसबीआई एटीएम कार्ड का उपयोग करते समय कीपैड को कवर करने के लिए अपने हाथ का उपयोग करें।
  2. अपना SBI पिन या कार्ड डिटेलट कभी भी किसी के साथ शेयर न करें।
  3. अपने कार्ड पर कभी भी एसबीआई पिन न लिखें।
  4. अपने पिन या कार्ड डिटेल के बारे में मैसेज, ईमेल या कॉल का जवाब न दें।
  5. अपने जन्मदिन, फोन, या अकाउंट नंबर को अपने पिन के तौर पर का उपयोग न करें।
  6. ट्रांजेक्शन रसीदों को सुरक्षित तरीके से हटा दें।
  7. अपना लेनदेन शुरू करने से पहले स्पाई कैमरों की तलाश करें।
  8. एटीएम या पीओएस मशीन का उपयोग करते समय कीपैड मैनिपुलेशन, हीट मैपिंग और शोल्डर सर्फिंग से सावधान रहें।
  9. SBI ऑनलाइन ट्रांजेक्शन अलर्ट के लिए साइन अप करना सुनिश्चित करें।

नेशनल साइबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल पर शिकायत कैसे दर्ज करें?

साइबर अपराध शिकायत दर्ज करने के लिए, आपको साइबर क्राइम पोर्टल (https://cybercrime.gov.in/) पर जाना होगा और 'रिपोर्ट अन्य साइबर क्राइम' पर क्लिक करना होगा और फिर 'शिकायत दर्ज करें' विकल्प पर क्लिक करना होगा। त्वरित कार्रवाई के बारे में शिकायत दर्ज करते समय सही और सटीक डिटेल भरना अनिवार्य है। इमरजेंसी मामले में, आपको स्थानीय पुलिस से संपर्क करने की सलाह दी जाती है। नेशनल पुलिस हेल्पलाइन नंबर 100 है। 

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