नई दिल्ली। बोइंग 787 (Boeing 787) विमानों को साल 2025 तक जीपीएस-सहायता प्राप्त GEO ऑगमेंटेड नेविगेशन (GAGAN) अनुपालन से छूट दे दी गई है। नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने सभी भारतीय एयरलाइंस को गगन सिस्टम को संचालित करने के लिए बोइंग 787 विमान को अनिवार्य रूप से संचालित करने के लिए 3 साल की छूट दी है। अब एयरलाइंस 31 दिसंबर 2025 तक गगन सिस्टम लागू करने के लिए बाध्य नहीं होंगी।
क्या है GAGAN?
GPS एडेड GEO ऑगमेंटेड नेविगेशन यानी गगन एक भारतीय सैटेलाइट आधारित ऑगमेंटेड सिस्टम है, जिसे विमान को आवश्यक नेविगेशन मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए लागू किया गया है। 18 अगस्त 2022 की अपनी नोटिफिकेशन में मंत्रालय ने कहा कि उसने राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति, 2016 की धारा 26 की उप-धारा (a) द्वारा शक्तियों का प्रयोग करते हुए राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति, 2016 में बदलाव किया गया है।
राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति, 2016 को भारत के राजपत्र, असाधारण, पार्ट 1, सेक्शन 1 , दिनांक 29 जून 2016 में प्रकाशित किया गया था और 7 जनवरी 2019 और 12 जून 2020 की अधिसूचनाओं द्वारा बदलाव किया गया था।
यह एक अंतरिक्ष आधारित वृद्धि प्रणाली (SBAS) है, जिसे इसरो (ISRO) और एएआई (AAI) द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है, ताकि भारतीय उड़ान सूचना क्षेत्र (FIR) पर सर्वोत्तम संभव सेवाएं प्रदान की जा सकें। GAGAN सैटेलाइट और ग्राउंड स्टेशनों की एक प्रणाली है जो जीपीएस सिग्नल सुधार प्रदान करती है।
10 सालों में होंगे 40 करोड़ हवाई यात्री
नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने मंगलवार को कहा कि भारत में अगले सात से 10 सालों में कुल 40 करोड़ से भी ज्यादा हवाई यात्री होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा कि घरेलू एयरलाइंस के लिए वृद्धि के जबरदस्त अवसर हैं। इन कंपनियों के पास पांच वर्षों में कुल 1,200 विमानों का बेड़ा होने की उम्मीद है।