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आपके काम की बात: बैंक बैलेंस और संपत्ति के बारे में अपने परिवार को अंधेरे में न रखें, नहीं तो होगी ये परेशानी

Updated May 31, 2021 | 10:18 IST

आपके परिवार के विश्वसनीय सदस्य को अपने बैंक खातों, निवेश, बीमा, लोन, बकाया, संपत्ति आदि के बारे में जरूर बताएं। नहीं तो आपके मृत्यु के बाद कई परेशानियां हो सकती हैं।

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अपनी संपत्ति और रुपए-पैसो के बारे में अपने परिवार को अंधेरे में न रखे्ं
मुख्य बातें
  • कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले अनेक लोगों ने अपने परिवार वालों को अपने फाइनेंस के बारे में अंधेरे में रखा है
  • इससे उनके परिवार वालों को उनके बैंक खातों, बीमा, संपत्तियों के बारे में पता करने में काफी परेशानी हो रही है
  • अब उनको अपने जीवन यापन के लिए उनके फाइनेंस के ब्यौरे का पता लगाने के लिए और अधिक कोशिशें करनी होंगी

महामारी के कारण हमारे कई प्रियजन हमसे बिछुड़ गए हैं। इस प्रकार के अनिश्चित समय में, अपने परिवारों को मृत्यु और रोग की वजह से पड़ने वाले प्रभावों से बचाना महत्वपूर्ण है। एक समस्या जो हमें देखने को मिल रही है, वह है कि कोविड-19 के कारण जान गंवाने वाले अनेक लोगों ने अपने परिवार वालों को अपने फाइनेंस के बारे में अंधेरे में रखा है- यानी उनके बैंक खाते कहां पर हैं, उनके पास कितनी धनराशि थी, उनके द्वारा कहां-कहां निवेश किए गए हैं और उनकी जीवन बीमा पॉलिसियां क्या थीं। परिवार वाले, जो कि पहले से ही उनकी मृत्यु से परेशानियों में हैं, अब उनको अपने जीवन यापन के लिए उनके फाइनेंस के ब्यौरे का पता लगाने के लिए और अधिक कोशिशें करनी होंगी। कुछ ऐसे कदम हैं जिन्हें आप, अपने परिवार को आपकी मृत्यु पर वित्तीय संकट में पड़ने से बचाने के लिए उठा सकते हैं।

उन्हें साफ-साफ बता दें

आपके परिवार के विश्वसनीय सदस्य को आपके बैंक खातों, निवेश, बीमा, लोन, बकाया आदि की जानकारी होनी चाहिए। आदर्श रूप से यह सदस्य आपकी पत्नी/पति या परिवार का नजदीकी सदस्य जैसे बच्चा, माता-पिता या भाई-बहन होना चाहिए। आप अपने फाइनेंस के ब्यौरे को बहुत अधिक सुरक्षित कर सकते हैं ताकि उनकी जानकारी किसी गलत व्यक्ति को न हो। उचित तो यह होगा कि आप यह जानकारी पासवर्ड-सुरक्षित फाइल में रखें जिसके साथ सिक्योरिटी की एडिशनल लेयर होनी चाहिए। मार्च 2019 के अनुसार, आरबीआई के डिपॉज़िटर्स एजुकेशन एंड अवेयरनेस फंड में 25,000/- करोड़ रुपये से अधिक की बड़ी राशि जमा थी। यह वह राशि है जिसका विभिन्न बैंकों में 10 वर्षों से अधिक समय से दावा नहीं किया गया है- और यह धन किसी के परिवार को मिल जाना चाहिए था। अपने परिवार को अपने फाइनेंस के बारे में अंधेरे में न रखें क्योंकि इससे आपकी मृत्यु के बाद उनको परेशानी उठानी पड़ सकती है। उन्हें इस बारे में समझाएं और सशक्त बनाएं कि असमय मृत्यु की स्थिति में उनको क्या करना होगा।

अपने खातों में नॉमिनी शामिल करें

आपके हर बैंक और निवेश खाते में स्पष्ट रूप से नॉमिनी शामिल होना चाहिए। अगर आपने अपने खातों में नॉमिनी को शामिल नहीं किया है, तो आपको ऐसा जल्द से जल्द कर लेना चाहिए। इसे आसानी से ऑनलाइन किया जा सकता है। आदर्श रूप से नॉमिनी परिवार का नजदीकी सदस्य होना चाहिए, लेकिन किसी नॉन-रिलेटिव को भी नॉमिनी बनाया जा सकता है। आपकी मृत्यु की स्थिति में, नॉमिनी आपकी एसेट का केयरटेकर बन जाता है। अगर नॉमिनी कानूनी वारिस भी है, तो वह एसेट को वसीयत के तौर पर प्राप्त भी करेगा, नहीं तो सक्सेशन कानूनों के अनुसार उन्हें इस एसेट को आपके कानूनी वारिसों को देना होगा। ये जटिल कानूनी विषय हैं, और अगर आपके वारिसों में कोई विवाद पैदा हो जाता है, तो उनका समाधान मुश्किल हो सकता है। इसलिए, कम से कम, अपने खातों में नामितियों को शामिल करने से आपके परिवार के लिए स्थितियां आसान रहेगी और आपके वित्तीय मामलों में बहुत अधिक वारिसों को उलझने से बचा जा सकेगा।

वसीयत बनाने पर विचार करें

संभव है कि इसे एक पुरानी सोच माना जाए, लेकिन महामारी के दौर में यह उपयोगी साबित हो सकता है। आपकी एसेट्स आपके वारिसों को मिलनी चाहिए। लेकिन, अगर वारिसों में विवाद होता है, तो उन्हें आपकी एसेट्स से उनके वाजिब हक से वंचित किया जा सकता है। आपको अपने जीवनकाल के दौरान ही इन समस्याओं का अंदाजा लगा लेना चाहिए और उनका समाधान एक वसीयत बना कर लेना चाहिए जिसमें आपकी सक्सेशन योजना शामिल होती है। वसीयत तैयार करना आसान होता है। इसे एक सरल पेपर पर बनाया जा सकता है, इस पर एक से अधिक गवाह (साक्षी) के हस्ताक्षर होने चाहिए, और आदर्श रूप से यह रजिस्टर्ड होनी चाहिए। आप इस बारे में जानकारी ऑनलाइन देख सकते हैं या किसी स्थानीय वकील को शामिल कर सकते हैं।

वसीयत और नॉमिनी न होना

अगर आप अपने खातों में नामिति को शामिल नहीं करते हैं और वसीयत भी तैयार नहीं करते हैं, तो आपके परिवार के लिए इन स्थितियों के कारण परेशानियां पैदा हो सकती है। उदाहरण के लिए, बिना नॉमिनी वाले बैंक खाते को बंद करने के लिए और फंड्स को एक्सेस करने के लिए, आपके आश्रितों को कानूनी वारिस प्रमाणपत्र देना होगा। वे आपस में यह तय कर सकते हैं कि उनमें से कानूनी वारिस कौन होगा और कौन स्पष्ट रूप से इस प्रिवलेज को छोड़ने की सहमति प्रदान करेगा। प्रमाणपत्र को न्यायालय के जरिए प्राप्त किया जाता है, और इस प्रक्रिया में महीनों लग सकते हैं। इस प्रक्रिया को मृत्यु प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद ही शुरू किया जा सकता है, जिसमें हफ्तों का समय लग सकता है।

लॉकर खातों पर ध्यान दें

आपकी कुछ संपत्ति लॉकर खातों में रखी हो सकती है जहां पर गोल्ड और अन्य मूल्यवान वस्तुओं को रखा जाता है। अगर आप इस खाते में सिंगल होल्डर हैं, तो मृत्यु दावे को प्रस्तुत करने के बाद आपका नॉमिनी लॉकर में से चीजों को निकाल सकता है। संयुक्त खाते के लिए, जीवित खाताधारक केवल तभी लॉकर की वस्तुओं को ले सकता है जब यह खाता दोनों में से कोई एक या उत्तरजीवी (सर्वाइवर) मोड में हो। इसके बिना लॉकर को सील किया जा सकता है और इसकी सामग्री को निकालने के लिए मृत्यु दावे की जरूरत पड़ सकती है। इसलिए, आप अपने बैंक से यह जानकारी पा सकते हैं कि आपकी मृत्यु के बाद आपके आश्रितों द्वारा किस तरह से लॉकर को ऑपरेट किया जा सकता है।

गैरकानूनी एक्सेस से बचें

अगर आपको लगता है कि आपके परिवार के सदस्य आपके डेबिट कार्ड या नेटबैंकिंग को एक्सेस कर सकते हैं और अपनी जरूरत के मुताबिक फंड विथड्रॉ कर सकते हैं, तो आपका सोचना गलत है। ऐसा करने से वे परेशानी में फंस सकते हैं। किसी दूसरे व्यक्ति (सिवाए संयुक्त धारकों के) द्वारा आपके बैंक खाते का किसी भी रूप से इस्तेमाल करना शर्तों का उल्लंघन है और जिसके लिए कानूनी छानबीन की जा सकती है। साथ ही, आपकी एसेट्स के एक से अधिक वारिस हो सकते हैं, और वे आपके फंड्स को अवैध रूप से निकालने वाले किसी भी व्यक्ति के विरूद्ध कानूनी कार्यवाही कर सकते हैं।

आपके खातों को स्ट्रीम लाइन करने, नॉमिनेशन सुनिश्चित करने, वसीयत बनाने, और सबसे बड़ी बात है, पर्याप्त मात्रा में स्वास्थ्य और जीवन बीमा होने से, आपके परिवार को आपकी असमय मृत्यु के समय बहुत सहायता मिलेगी। यह उनके प्रति आपकी जिम्मेदारी है।

(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: यह जानकारी एक्सपर्ट की रिपोर्ट के आधार पर दी जा रही है। बाजार जोखिमों के अधीन होते हैं, इसलिए निवेश के पहले अपने स्तर पर सलाह लें।) ( ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)

 

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