आजकल टैक्स-सेविंग का समय है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि आप 31 मार्च से पहले टैक्स-सेविंग निवेश करने जा रहे होंगे। अनेक विकल्प उपलब्ध हैं। लेकिन इस लेख में एक विकल्प पर फोकस किया गया है। ईक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम, और उच्च रिटर्न देने की उनकी क्षमता। ईएलएसएस, जिसे टैक्स-सेविंग म्यूचुअल फंड भी कहा जाता है, ये डायवर्सिफाइड फंड होते हैं जो दीर्घकालिक विजन के साथ निवेश करते हैं। ऐसे फंड्स में 1.5 लाख रुपए तक के निवेश के लिए धारा 80सी के अंतर्गत कर कटौतियों का क्लेम किया जा सकता है। ये फंड्स अच्छे टैक्स-सेवर्स होते हैं, और साथ ही ये सम्पदा सृजन के शानदार टूल भी होते हैं। छोटे निवेशक बेहतर दीर्घकालिक रिटर्न के लिए इन पर विचार कर सकते हैं।
ईएलएसएस ही क्यों?
आइये रिटर्न पर विचार करते हैं। एएमएफआई डेटा के अनुसार, वर्तमान में निवेशकों को 37 ईएलएसएस उपलब्ध हैं। उनमें से 22, निफ्टी 500 टोटल रिटर्न इंडेक्स से बैंचमार्क किए गए हैं और 12 बीएसई टोटल रिटर्न इंडेक्स के साथ बैंचमार्क्ड हैं। इन फंड्स द्वारा मार्केट कैपिटेलाईजेशन के अनुसार भारत में शीर्ष 500 कंपनियों में से चयन किया जाता है। इससे उन्हें पिक करने के लिए विस्तृत आधार मिलता है, जबकि किसी लार्ज कैप फंड द्वारा अधिकांश तौर पर शीर्ष 100 कंपनियों में से ही पिक किया जाएगा। मिड और स्माल कैप कंपनियों में से पिक करने पर उच्चतर ग्रोथ की संभावना रहती है। इन 37 में से, 36 द्वारा उनको पेश किए जाने के बाद से 12% प्रति वर्ष का रिटर्न दिया गया है, जबकि 18 द्वारा 15% से अधिक का रिटर्न दिया है- और ऐसा यूक्रेन में हमले के बाद मार्केट में आई कीमतों में गिरावट के बावजूद भी सच है। दीर्घकालिक रिटर्न के तौर पर, अनेक अन्य निवेश विकल्पों जैसे प्रोविडेंट फंड विकल्प जिसमें वर्तमान में 7.1% का गारेंटेड रिटर्न (पीपीएफ) मिलता है और 8.5% (ईपीएफ) प्रति वर्ष की तुलना में कहीं अधिक है।
ईएलएसएस क्यों नहीं?
स्टॉक मार्केट रिटर्न्स की कभी भी कोई गारंटी नहीं होती है। ईएलएसएस निवेश में उतार-चढ़ाव होते रहते हैं। हाल के समय में मार्च, 2020 की तिमाही में जब ईएलएसएस केटेगरी में करीब 26% तक की गंभीर कमी देखी गई थी, तो उसकी तुलना में कोई भी गिरावट इतनी गंभीर नहीं थी। लेकिन इसके बाद, अगली सात तिमाहियों में से पांच तिमाहियों के दौरान, इसमें उन गिरावट की तुलना में डबल डिजिट में लाभ प्रदान किया गया। उतार-चढ़ाव के कारण रूढ़िवादी निवेशक स्टाक मार्केट से दूर रहते हैं। वे सुनिश्चित रिटर्न चाहते हैं। लेकिन टैक्स सेविंग निवेश हमेशा दीर्घकालिक होते हैं। आपको किसी भी विकल्प में 3-5 वर्षों के लिए निवेश करना पड़ता है। प्रोविडेंट फंड और एनपीएस जैसे विकल्पों के साथ आपका पैसा रिटायरमेंट तक लॉक रह सकता है। इसलिए, जब पैसा लॉक इन रहेगा, तो क्या रूढ़िवादी निवेशक इस बात का ध्यान रखते हैं कि अल्पकाल में क्या होता है?
रोलिंग रिटर्न के क्या मायने होते हैं?
ईएलएसएस फंड्स के साथ तीन वर्ष का लॉक इन रहता है। औसतन, यह अवधि पर्याप्त लंबी है जिससे कि इस इंस्ट्रुमेंट में पॉजिटिव रिटर्न प्राप्त हो सकें। हमने ईक्विटी म्यूचुअल के साथ यह देखा है कि जितने लंबे समय तक आप निवेश के साथ बने रहते हैं, तो समय के साथ-साथ आपके रिटर्न भी बेहतर होते चले जाते हैं। लंबी अवधि से आप, बाजार में अल्प समय के दौरान होने वाले उतार-चढ़ाव से सुरक्षित बने रहते हैं- फिर चाहे यह महामारी हो, युद्ध हो या फिर मंदी ही क्यों न हो। इस मान्यता की पुष्टि करने के लिए, BankBazaar द्वारा 24 फरवरी के अनुसार, 10 वर्ष के ट्रैक रिकार्ड वाले पाँच सबसे बड़े ईएलएसएस फंड्स के रोलिंग तीन वर्षीय रिटर्न पर विचार किया गया। 25 फरवरी, 2012 से शुरू करते हुए, तीन वर्षीय रिटर्न के सैकड़ों डेटा प्वाइंट्स पर, इन पांच फंड्स का औसत रिटर्न 11.80% से 17.93% रहा। डेटा प्वाइंट्स पर, एक फंड के 100% समयों पर पॉजिटिव रिटर्न ही थे। तीन अन्यों के लिए, यह 97.66 to 94.01% था। पांचवे का सापेक्षिक रूप से 83.33% निम्न था, लेकिन ईएलएसएस केटेगरी, अपने आप में 91.39% पर बहुत ऊंचे स्तर पर थी। रोलिंग रिटर्न, पिछले 10 वर्षों में समयों की वह प्रतिशतता दिखाते हैं जब इन फंड्स द्वारा तीन वर्षीय रिटर्न के लिए इन पांच फंड्स द्वारा पॉजिटिव रिटर्न प्रदान किए गए थे। साथ ही, इन सभी पांच फंड्स और वास्तव में समस्त ईएलएसएस फंड्स द्वारा शीघ्र ही इस अल्पकालिक हानि से निकल कर पॉजिटिव जोन में प्रवेश कर लिया गया था। इससे इस बात की पुष्टि होती है कि ईक्विटी फंड्स में निवेश करने से निवेशकों को उच्च रिटर्न पाने के लिए मार्केट के उतार-चढ़ाव से बाहर निकलना संभव हो पाता है।
ईएलएसएस को कैसे खरीदें?
आप एक या अधिक ईएलएसएस फंड्स को खरीद सकते हैं। आप 500/- रुपए महीने से लेकर कितनी भी राशि का अपनी मर्जी के अनुसार निवेश कर सकते हैं, तथापि, टैक्स कटौती 80 सी की सीमा तक ही मिलती है। आप ईएलएसएस फंड्स को ऑनलाइन, अपने बैंक के जरिए, म्यूचुअल फंड एग्रिगेटर, किसी एजेन्ट के माध्यम से खरीद सकते हैं या फिर फंड हाउस की वेबसाइट पर जाकर ऐसा कर सकते हैं। आपको निवेश करने के लिए केवाईसी-कम्पलाएंट बैंक खाते की जरूरत होती है। ईक्विटी म्यूचुअल फंड्स में निवेश करने का आदर्श तरीका मासिक सिस्टेमैटिक निवेश प्लान होते हैं। लेकिन, मार्केट में वर्तमान में आई गिरावट के कारण एकमुश्त निवेश का एक अच्छा अवसर आपके पास उपलब्ध है। यह आपके लिए भी उपयुक्त हो सकता है क्योंकि अब आपके पास इस वित्तीय वर्ष के दौरान समय कम ही बचा है।
ईक्विटी निवेश जोखिमों से जुड़ा है, जिसको समझने के लिए आपको समय ज़रूर लगाना चाहिए। जहां पर जोखिम होते हैं, वहां पर रिवॉर्ड भी मिलते हैं, और ईक्विटी ऐसी एस्सेट क्लास है जिससे उच्चतर रिटर्न मिलते हैं, इंफ्लेशन से अधिक रिटर्न पाए जा सकते हैं, और सम्पदा का सृजन भी हो सकता है। जब आपको संदेह हो, तो अपने निवेश सलाहकार से बात करें।
(इस लेख के लेखक, BankBazaar.com के CEO आदिल शेट्टी हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)