Financial Freedom: आज भारत में अधिक से अधिक महिलाएं आत्मनिर्भर और आर्थिक रूप से सुरक्षित होने पर ध्यान केंद्रित कर रही हैं। वे सदियों पुरानी बाधाओं को तोड़, व्यक्तिगत और पेशेवर दोनों तरह से नई चुनौतियों का सामना कर रहे हैं और वित्तीय समावेशन की तह में शामिल हो रही हैं । परन्तु अभी भी कुछ महिलाएं लंबे समय से प्रचलित लिंग रूढ़ियों के कारण अपने वित्त को नियंत्रित करना कठिन पाती हैं। कई महिलाएं अपनी पसंद से भी पैसों के मामलों से दूरी बनाए रखती हैं।
शिक्षा और जागरूकता से होगा आत्मविश्वास का निर्माण
स्वतंत्र निर्णय लेने में आत्मविश्वास की कमी के अक्सर महिलाएं पुरषों से पीछे रह जाती हैं। हमारे समाज में निवेश और बीमा की अवधारणा को जटिल करार दिया गया है। इस स्थिति में शिक्षा और जागरूकता के माध्यम से आत्मविश्वास का निर्माण महत्वपूर्ण है। महिलाएं के लिए यह समझना ज़र्रूरी हे कि वह भी प्रयास और आश्वासन के साथ, निश्चित रूप से निवेश और बीमा निर्णयों का प्रबंधन कर सकती हैं। हमे, इसे सक्षम करने के लिए, हमारे सिस्टम और समाज को आगे बढ़ना चाहिए, महिलाओं को निवेश योजना में पुरुषों के बराबर लाने कि रहा में काम करना होगा। सभी स्कूल को चाहिए कि वह फाइनेंशियल और इंश्योरेंस प्लानिंग को अपने स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्सा बनाएं और दूसरी ओर, माता-पिता को युवा वयस्कों को वित्तीय लेनदेन में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए जैसे लेनदेन के लिए बैंक जाना आदि।
वित्तीय नियोजन कौशल और समझ भविष्य के लिए बचत और निवेश में महिलाओं की सहायता करके उन्हें सुरक्षा की अधिक समझ प्रदान कर सकती है। यही ध्यान में रखते हुए एसबीआई सामान्य बीमा यहां पांच आसान तरीके दिए गए हैं जो महिलाओं को इस साल और उसके बाद भी वित्तीय आजादी हासिल करने में मदद कर सकते हैं।
अपने वित्तीय लक्ष्य निर्धारित करें और निवेश की योजना बनाएं (Investment Plan)
जीवन की अपनी अनिश्चितताएं हैं और आर्थिक रूप से स्थिर होने से व्यक्ति को उसके अनुसार अपने भविष्य की योजना बनाने में मदद मिलती है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के विशिष्ट उद्देश्य होते हैं, जैसे विवाह, घर या ऑटोमोबाइल का मालिक होना, अपने बच्चों की स्कूली शिक्षा, उनकी शादी और अंत में सेवानिवृत्ति। ये लक्ष्य जिन्हें समय से पहले निर्धारित किया जाना चाहिए और निवेश की एक प्रारंभिक योजना आवश्यक है।
एक आपातकालीन कोष का निर्माण (Emergency Fund)
लोगों को बचत के महत्व का एहसास कराने का सबसे बड़ा उदाहरण महामारी है। आर्थिक रूप से सुरक्षित होने के लिए, जरूरत के समय मदद के लिए एक आपातकालीन निधि को हाथ में रखें। किसी भी अप्रत्याशित आपदा के लिए तैयार रहने के लिए, आपके आपातकालीन कोष में ऋण सहित 12-24 महीने के जीवन व्यय को कवर करना चाहिए।
कर्ज मुक्त लाइफस्टाइल (Debt Free Lifestyle)
ऋण मुक्त जीवन शैली को बनाए रखना वित्तीय स्वतंत्रता का शिखर माना जा सकता है। आज, आसान मासिक किश्तों/क्रेडिट से लोग ऐसे उत्पाद खरीद सकते हैं जिन्हें वे अन्यथा नहीं खरीद पाते। हालांकि, क्रेडिट पर खरीदारी करते समय, यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनका ऋण-से-आय अनुपात 30% और 40% के बीच हो। वित्तीय स्थिरता बनाए रखने और ऋण तनाव से बचने के लिए ऋण में कमी और प्रबंधन को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
सही स्वास्थ्य बीमा का चयन (Health Insurance)
स्वास्थ्य आपात स्थिति अक्सर अप्रत्याशित होती है, और बीमा ऐसे मामलों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक पहुंचने के लिए आवश्यक वित्तीय सुरक्षा प्रदान करता है। एक व्यापक और पर्याप्त स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी स्वास्थ्य संकट को वित्तीय संकट बनने से रोकती है और इस प्रकार वित्तीय नियोजन का एक महत्वपूर्ण तत्व है। एक स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी
एक व्यक्ति को महंगे चिकित्सा उपचार से बचाती है। इसी तरह, सही और सुव्यवस्थित बीमा कवरेज आपके वित्त की सुरक्षा करता है
एक मजबूत निवेश पोर्टफोलियो का निर्माण (Investment Portfolio)
एसआईपी, इंफ्रा बॉन्ड आदि जैसे विभिन्न निवेश साधनों का उपयोग करके छोटी राशि के साथ शुरू करने के लिए एक ठोस निवेश पोर्टफोलियो आवश्यक है, और आय के आधार पर इसे बढ़ाया जा सकता है। निवेश और बीमा के बारे में ज्ञान और शिक्षा में वृद्धि आत्मविश्वास को बढ़ा सकती है और आपको अपने पोर्टफोलियो में और भी विविधता लाने की अनुमति दे सकती है।
वित्तीय स्वतंत्रता का मतलब अलग-अलग लोगों के लिए अलग-अलग चीजें हो सकती हैं; फिर भी, कुंजी यह सुनिश्चित करना है कि स्वतंत्र निर्णय लेने के लिए आपके पास पर्याप्त वित्तीय नियोजन ज्ञान है। यह अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस एक सुनियोजित और सुरक्षित भविष्य के लिए वित्तीय स्वतंत्रता पर जागरूकता और शिक्षा फैलाने में सहायता करता है।
(इस लेख की लेखक, एसबीआई जनरल इंश्योरेंस की Senior Vice President & Head - Commercial Sales, Meena Subramaniyan हैं)
(डिस्क्लेमर: ये लेख सिर्फ जानकारी के उद्देश्य से लिखा गया है। इसको निवेश से जुड़ी, वित्तीय या दूसरी सलाह न माना जाए)