- सरकार की गेहूं खरीद अब तक 3 करोड़ 89 लाख 80 हजार टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई है
- जबकि पिछले मार्केटिंग वर्ष 2019-20 के दौरान गेहूं की खरीद 3 करोड़ 47 लाख 70 हजार टन रही थी
- गेहूं खरीद के मामले में पिछला रिकॉर्ड वर्ष 2012-13 का है
Wheat Purchase Record on MSP: सरकार की गेहूं खरीद 2020-21 के मौजूदा मार्केटिंग वर्ष (अप्रैल- मार्च) में अब तक 3 करोड़ 89 लाख 80 हजार टन के नये रिकॉर्ड स्तर को छू गई। गेहूं खरीद के मामले में पंजाब को पीछे छोड़ते हुए मध्य प्रदेश देश का सबसे अधिक गेहूं खरीदने वाला राज्य बन गया है। गेहूं खरीद के मामले में पिछला रिकॉर्ड वर्ष 2012-13 का है जब 3 करोड़ 81 लाख 80 हजार टन की खरीद की गई थी। जबकि पिछले विपणन वर्ष 2019-20 के दौरान गेहूं की खरीद 3 करोड़ 47 लाख 70 हजार टन रही थी। गेहूं का विपणन वर्ष अप्रैल से मार्च तक होता है, लेकिन सामान्य तौर पर ज्यादातर मात्रा में खरीद का का काम पहले तीन महीनों में ही किया जाता है। चालू वर्ष के दौरान गेहूं खरीद लक्ष्य 4.07 करोड़ टन निर्धारित किया गया है।
एफसीआई और राज्य न्यूनतम समर्थन मूल्य खरीदते हैं गेहूं
भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) और राज्य एजेंसियां न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर गेहूं की खरीद का कार्य करती हैं। एफसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हमने अभी तक तीन करोड़ 89 लाख 80 हजार टन गेहूं की खरीद की है। प्रमुख राज्यों में खरीद का काम लगभग पूरा हो चुका है। अगले कुछ दिनों में कुछ हजार टन और लाया जाएगा।
मध्य प्रदेश ने पंजाब को पछाडा, बना नंबर वन
एफसीआई के ताजा आंकड़ों के अनुसार, पंजाब को पछाड़कर, मध्य प्रदेश केन्द्रीय पूल में एक करोड़ 29 लाख 30 हजार टन गेहूं के योगदान के साथ सबसे बड़ा योगदान करने वाला राज्य बन गया है। पंजाब में अभी तक एक करोड़ 27 लाख 10 हजार टन गेहूं की खरीद हुई है। गेहूं की राष्ट्रीय स्तर पर हो रही खरीद में हरियाणा (74 लाख टन), उत्तर प्रदेश (35.5 लाख टन) और राजस्थान (22.1 लाख टन) का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
एफसीआई के पास 8 करोड़ 12 लाख 50 हजार टन खाद्यान्न का स्टॉक
एफसीआई के पास आठ जुलाई तक कुल 8 करोड़ 12 लाख 50 हजार टन खाद्यान्न का स्टॉक है, जिसमें से गेहूं 5 करोड़ 45 लाख 20 हजार टन और चावल 2 करोड़ 67 लाख 20 हजार टन है। केंद्र सरकार ने कृषि और संबंधित गतिविधियों को फिर से शुरू करने के लिए लॉकडाउन मानदंडों में ढील दी थी और अधिकांश खरीद करने वाले राज्यों में 15 अप्रैल के बाद ही खरीद का काम शुरू हो सका।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय ने अपने तीसरे अनुमान में फसल वर्ष 2019-20 (जुलाई-जून) में गेहूं उत्पादन 10 करोड़ 71 लाख 80 हजार टन के सर्वकालिक रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान जताया है, जबकि पिछले वर्ष में यह उत्पादन 10 करोड़ 36 लाख टन रहा था।