- एचडीएफसी बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ब्याज दरों में किया इजाफा
- अक्टूबर 2018 के बाद एचडीएफसी बैंक ने की बढ़ोतरी
- बैंक के इस ऐलान से कर के अधीन नहीं वालों को मिल सकता है खास फायदा
निजी क्षेत्र के मशहूर बैंकों में से एक एचडीएफसी ने फिक्स्ड डिपॉजिट पर ज्यादा ब्याज देने का फैसला किया है। करीब 29 महीने बाद 33 से लेकर 99 महीनों के लिए एफडी पर ब्याज दरों में 10.25 बेसिस प्वाइंट के इजाफे का फैसला लिया है। एचडीएफसी का कहना 30 मार्च से 33 महीने वाली एफडी पर 6.20 फीसट एनुलाइज्ड रिटर्न मिलेगा। इसके साथ ही 66 महीने वाली एफडी पर रिटर्न की दर 6.6 फीसद होगी। इसके अलावा 99 महीने वाली एफडी पर 6.65 फीसद के हिसाब से ब्याज मिलेगा।
सीनियर सिटीजन को खास फायदा
अगर इतनी ही अवधि के लिए सीनियर सिटीजन रकम जमा करते हैं तो दी जाने वाली ब्याज दरों में .25 फीसद का और इजाफा रहेगा। यहां ध्यान देने वाली बात यह है कि एचडीएफसी ने अक्टूबर 2018 के बाद अब ब्याज दरों में बदलाव का फैसला किया है। एचडीएसी बैंक के इस फैसले की बाजार के जानकार सराहना कर रहे हैं। जानकारों का कहना है कि इस फैसले से बैंक के नगदी आधार में इजाफा होगा और वो अपने कारोबार को और गति दे सकेगी।
बजाज फाइनेंस ने भी की है बढ़ोतरी
फरवरी के महीने में बजाज फाइनेंस ने एफडी पर 40 बेसिस प्वाइंट इजाफे का फैसला किया था। बजाज, तीन से पांच वर्ष की एफडी पर सात फीसद की दर से ब्याज दे रही है। हालांकि कुछ एनबीएफसी ने एफडी पर ब्याज दरों में कटौती करने का भी फैसला किया है जिसमें श्रीराम ट्रांसपोर्ट फाइनेंस शामिल है। वित्तीय योजनाकारों का मानना है कि ऐसे निवेशक जिनकी आय कर के अधीन नहीं है या वे सीमांत कर दायरे में हैं, वे इन जमाओं पर विचार कर सकते हैं।
क्या कहना है जानकारों का
मनी हनी फाइनेंशियल सर्विसेज के संस्थापक अनूप भैया का कहना है कि दरों में बढ़ोतरी के बाद आपको एचडीएफसी से 100-120 आधार अंक मिलते हैं जो बैंक जमा द्वारा भुगतान किया जाता है।" वर्तमान में, भारतीय स्टेट बैंक, देश का सबसे बड़ा ऋणदाता पांच से दस साल के कार्यकाल के सावधि जमा पर 5.4% ब्याज का भुगतान करता है जबकि ICICI बैंक उसी कार्यकाल के लिए 5.5% का भुगतान करता है।