- आईएमएफ का अनुमान है कि इस साल चीन की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 4.8 फीसदी रहेगी।
- आईएमएफ ने कहा है कि 19 यूरोपीय देशों की वृद्धि दर इस साल 3.9 फीसदी रहेगी।
- जापान की वृद्धि दर इस साल 3.3 फीसदी रहेगी, जो पिछले साल 1.6 फीसदी थी।
Economic Growth: बजट 2022 से पहले संगठनों द्वारा आर्थिक वृद्धि दर का अनुमान लगाया जा रहा है। हाल ही में विश्व बैंक (World Bank) ने भारतीय अर्थव्यवस्था (Indian economy) के लिए वित्त वर्ष 2022 के विकास के अनुमान को अपरिवर्तित रखा था। अब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (International Monetary Fund, IMF) ने भी अनुमान लगाया है।
आईएमएफ ने चालू वित्त वर्ष 2021-22 के लिए भारत की वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर नौ फीसदी कर दिया है। आईएमएफ से पहले भी कई एजेंसियां कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमिक्रोन (Omicron) की वजह से कारोबारी गतिविधियां प्रभावित होने के कारण अपने वृद्धि दर के अनुमान में कमी कर चुकी हैं।
अगले वित्त वर्ष के लिए भी घटाया वृद्धि दर का अनुमान
आईएमएफ ने कहा है कि अगले वित्त वर्ष 2022-23 में भारतीय अर्थव्यवस्था 7.1 फीसदी की दर से बढ़ेगी। इससे पहले आईएमएफ ने पिछले साल अक्टूबर में 2021-22 में भारत की वृद्धि दर 9.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था। बीते वित्त वर्ष 2020-21 में भारतीय अर्थव्यवस्था में 7.3 फीसदी की गिरावट आई थी।
भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए अन्य एजेंसियों का अनुमान
आईएमएफ का ताजा अनुमान चालू वित्त वर्ष के लिए सीएसओ के 9.2 फीसदी और भारतीय रिजर्व बैंक के 9.5 फीसदी के अनुमान से कम है। इसके अलावा यह एसएंडपी के 9.5 फीसदी और मूडीज के 9.3 फीसदी के अनुमान से भी कम है। हालांकि, यह विश्व बैंक के 8.3 फीसदी और फिच के 8.4 फीसदी की वृद्धि दर के अनुमान से अधिक है।
वैश्विक वृद्धि दर का अनुमान भी घटा
सिर्फ भारत ही नहीं, अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने कोविड-19 के नए वैरिएंट ओमिक्रोन, ऊर्जा की ऊंची कीमतों, मुद्रास्फीति में बढ़ोतरी और चीन में वित्तीय दबाव की वजह से वैश्विक वृद्धि दर का अनुमान भी घटा दिया है।
दुनिया के 190 देशों के लिए वित्तपोषण सुविधा उपलब्ध कराने वाली एजेंसी ने कहा कि 2022 में वैश्विक अर्थव्यवस्था 4.4 फीसदी की दर से बढ़ेगी। यह पिछले साल की अनुमानित 5.9 फीसदी की वृद्धि दर से कम है। इससे पहले अक्टूबर में आईएमएफ ने 2022 में वैश्विक वृद्धि दर 4.9 फीसदी रहने का अनुमान लगाया था।
(इनपुट एजेंसी- भाषा)