- कानपुर और कन्नौज में हुई छापेमारी में 194 करोड़ रुपये से ज्यादा की नकदी प्राप्त हुई है।
- 23 किलोग्राम सोने के तार खाड़ी देशों से जुड़े होने की आशंका ।
- इंटरनेशन प्रीसियस मेटल रिफाइनर्स का अबू धाबी, शारजाह और दुबई में ऑफिस हैं।
नई दिल्ली: राजनेताओं से लेकर टैक्स अधिकारियों और आम आदमी के लिए इस समय सबसे चर्चित नाम बन चुके, पीयूष जैन को लेकर हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं। जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय की कार्रवाई की आधिकारिक जानकारी के अनुसार 27 मई तक, पीयूष जैन के घर और दफ्तरों से 194 करोड़ रुपये की नकदी मिल चुकी है। और उसके पास से 23 किलोग्राम सोना और 600 किलोग्राम चंदन का तेल मिला है। ऐसे में सवाल उठता है कि बेहद साधारण सा जीवन जाने वाले पीयूष जैन इतनी नकदी कहां से लाए और वह कौन सा गोरखधंधा कर रहे हैं। साथ ही विदेश से इतना सोना कैसे लेकर आए, क्यां वह स्मगलिंग का सोना है या फिर विदेश में कोई खेला चल रहा था। इन सवालों का जवाब आना अभी बाकी है।
पीयूष जैन ने क्या खोला राज
पूछताछ में पीयूष जैन ने स्वीकार किया है कि उसके घर और दूसरे परिसरों से बरामद नकदी दरअसल जीएसटी का भुगतान किए बिना ही माल की बिक्री से संबंधित है। इसके अलावा जो बात जांच अधिकारियों को परेशान कर रही है, वह पीयूष जैन के पास मिला सोना है। असल में जो 23 किलोग्राम सोना मिला है, उस पर विदेशी निशान या चिन्ह हैं। इसका सीधा सा मतलब है कि यह सोना विदेश से लाया गया है। अब विदेश से इतना सोना पीयूष जैन के पास कैसे पहुंचा, इसका पता लगाने के लिए राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की मदद ली जा रही है।
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दुबई की रिफाइनरी का नाम
पीयूष जैन के पास जो सोने की ईंटे मिली हैं, उस पर इंटरनेशन प्रीसियस मेटल रिफाइनर्स लिखा हुआ है। जिसका ऑफिस अबू धाबी, शारजाह और दुबई में हैं। ऐसे में साफ है कि पीयूष जैन के पास मिले सोने का खाड़ी देशों से सीधा कनेक्शन है। दुबई में सोना ड्यूटी फ्री है। जिसकी वजह से सोने की कीमतें वहां काफी कम है। जांच एजेंसियों को इस बात की आशंका है कि कहीं ये सोना बिना कस्टम ड्यूटी चुकाएं भारत तो नहीं लाया गया है। अगर ऐसा है तो यह पूरा सोना स्मगलिंग के जरिए पीयूष जैन के पास पहुंचा है। ऐसे में एजेंसियां इस कनेक्शन की पड़ताल भी कर रही है। साथ ही पीयूष जैन का उनसे क्या कनेक्शन है, उसकी भी जांच की जा रही है।
सोने का ऐसे हो सकता है इस्तेमाल
ऐसी आशंका बताई जा रही है कि पीयूष जैन टैक्स बचाने के लिए सोने में खरीद-फरोख्त करता रहा होगा। इसके लिए अपने प्रोडक्ट की डिलिवरी के लिए करंसी में लेन-देन की जगह सोने में बिक्री की जाती होगी। टैक्स चोरी के लिए इस तरह का लेन-देन की प्रैक्टिस विदेश में इस्तेमाल होती है। खैर 14 दिन की हिरासत में पहुंच चुके पीयूष जैन के खुलासे से आने वाले दिनों में कई राज खुलने की उम्मीद है।
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भारत में विदेश से सोना लाने के क्या है नियम
विदेश से भारत में सोना लेकर आने के लिए नियम पुरूष और महिलाओं के लिए अलग-अलग हैं। इसके तहत पुरूष 20 ग्राम या 50,000 रुपये तक की कीमत वाला सोना बिना ड्यूटी दिए भारत ला सकते हैं। इसी तरह महिलाए 40 ग्राम या 100000 रुपये तक का सोना ला सकती हैं। वहीं अगर कोई व्यक्ति ड्यूटी का भुगतान कर भारत सोना लाना चाहता है, तो उस पर कोई लिमिट नहीं है। फिलहाल उस पर 12.5 फीसदी ड्यूटी का भुगतान करना होगा।