नई दिल्ली: कम दूरी की यात्री ट्रेनों के किराए में बढ़ोत्तरी पर लोगों द्वारा चिंता जताए जाने के बाद भारतीय रेल ने बुधवार को कहा कि अनावश्यक यात्राओं में कमी लाने के लक्ष्य से किराए में मामूली वृद्धि की गई है। कोविड-19 लॉकडाउन में छूट के बाद से रेलवे सिर्फ स्पेशल ट्रेनें चला रही है। शुरुआत में सिर्फ लंबी दूरी की ट्रेनों का संचालन किया जा रहा था लेकिन अब कम दूरी की यात्री ट्रेनों का भी परिचालन हो रहा है।
रेल मंत्रालय के बयान के अनुसार, कोविड-19 महामारी के मद्देनजर विशेष प्रावधान के तहत इन ट्रेनों का किराया इतनी ही दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित टिकट जितना तय किया गया है। यात्री और लोकल ट्रेन सेवा फिर से शुरू करने के बाद रेलवे को किराए में वृद्धि को लेकर यात्रियों की आलोचना झेलनी पड़ी थी।
उदाहरण के लिए अमृतसर से पठानकोट का किराया अब 55 रुपये है जो पहले 25 रुपये था। इसी तरह जालंधर से फिरोजपुर तक डीएमयू का किराया 30 रुपये से बढ़कर 60 रुपये हो गया है। बयान के अनुसार, 'रेलवे सूचित करना चाहता है कि यात्री और कम दूरी की अन्य ट्रेनों के किराए में यह मामूली बढ़ोत्तरी लोगों को अनावश्यक यात्राएं करने से रोकने के लिए किया गया है।' उसमें कहा गया है, 'कोविड-19 अभी भी है और कुछ राज्यों में स्थिति बिगड़ रही है। कई राज्यों से आने वाले यात्रियों की स्क्रीनिंग की जा रही है और उन्हें यात्रा करने के लिए हतोत्साहित किया जा रहा है। किराए में मामूली वृद्धि को ट्रेनों में भीड़ होने से और कोविड-19 को फैलने से रोकने के रेलवे के प्रयास के रूप में देखा जाना चाहिए।'
गौरतलब है कि कोविड-19 के कारण भारतीय रेल ने 22 मार्च, 2020 को ट्रेनों का परिचालन पूरी तरह बंद कर दिया था।