- सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड का मैच्योरिटी पीरियड 8 साल है।
- 8 साल बाद आपको प्राप्त होने वाला रिटर्न पर टैक्स नहीं देना होता है।
- इसकी एक और खासियत यह भी है कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड को जॉइंट में भी खरीदा जा सकता है।
Sovereign Gold Bond Scheme 2021-22 Series 9: अगर आपने सस्ते में सोना (Buy Gold) खरीदना है तो आपके लिए आज से सुनहरा मौका है। सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम (Sovereign Gold Bond Scheme) 2021-22 की अगली किस्त आज से शुरू हो गई है। निवेशकों के पास इस गोल्ड बॉन्ड स्कीम में निवेश के लिए सिर्फ पांच दिन यानी 14 जनवरी तक का समय है।
क्या है सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड?
मालूम हो कि सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड पेपर फॉर्म में होता है। इसे स्टोर करने की दिक्कत नहीं होती है। फिजिकल गोल्ड (Physical Gold) के विपरीत आप बॉन्ड पेपर को संभालकर किसी फाइल में आसानी से सुरक्षित रख सकते हैं। ये बॉन्ड्स भारतीय रिजर्व बैंक की बुक्स में दर्ज रहते हैं या डीमैट फॉर्म में रहते हैं।
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कितनी है कीमत (Sovereign Gold Bond Rate Today)
इस बार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की नौवीं सीरीज के लिए कीमत 4786 रुपये प्रति ग्राम तय की है। जबकि आठवीं सीरीज के लिए इश्यू प्राइस 4791 रुपये प्रति ग्राम तय किया गया था। आइए जानते हैं इससे जुड़ी अहम जानकारी-
ऑनलाइन ग्राहकों के लिए डिस्काउंट
भारत सरकार (GoI) ने आरबीआई के परामर्श से ऑनलाइन आवेदन करने वाले निवेशकों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का फैसला किया है। इसके लिए आवेदन के खिलाफ भुगतान डिजिटल मोड के माध्यम से किया जाता है। आरबीआई ने कहा, 'ऐसे (ऑनलाइन या डिजिटल) निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4,736 रुपये प्रति ग्राम होगा।'
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न्यूनतम और अधिकतम निवेश (Sovereign Gold Bond Investment)
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड योजना में न्यूनतम निवेश एक ग्राम सोना है। एक वित्तीय वर्ष (अप्रैल-मार्च) में व्यक्ति के लिए निवेश की अधिकतम सीमा 4 किलोग्राम है, एचयूएफ के लिए 4 किलोग्राम और ट्रस्टों और इसी तरह की संस्थाओं के लिए 20 किलोग्राम है।
KYC पात्रता
नो योर कस्टमर (केवाईसी) मानदंड भौतिक सोने की खरीद के समान ही होंगे।
कहां करें आवेदन
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22, सीरीज 9 की बिक्री स्टॉक होल्डिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SHCIL), नामित डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों - NSE और BSE के माध्यम से की जाएगी।