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स्पाइसजेट के एमडी के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज, बिजनेसमैन को ठगने का लगा आरोप

Updated Jul 12, 2022 | 10:18 IST

SpiceJet: विमानन कंपनी स्पाइसजेट के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक अजय सिंह और अन्य के खिलाफ सुशांत लोक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
गुरुग्राम में स्पाइसजेट के प्रबंध निदेशक अजय सिंह के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज
मुख्य बातें
  • अजय सिंह पर फर्जी शेयर प्रमाणपत्र देकर गुरुग्राम निवासी को कथित तौर पर ठगने का आरोप है।
  • यह मामला 7 जुलाई दर्ज किया गया था।
  • शिकायतकर्ता एयरपोर्ट रिटेल सहित गैर-वैमानिकी सर्विस प्रदान करने के व्यवसाय में है।

नई दिल्ली। गुरुग्राम पुलिस ने स्पाइसजेट (SpiceJet) के प्रबंध निदेशक अजय सिंह (Ajay Singh) पर गुरुग्राम के एक निवासी को कथित तौर पर ठगने का मामला दर्ज किया गया है। अजय सिंह पर कंपनी के शेयर अलॉट करने के बहाने शेयर ठगने का मामला दर्ज किया गया है। अपनी शिकायत में, अमित अरोड़ा ने दावा किया है कि अजय सिंह ने उन्हें 10 लाख रुपये के शेयरों की एक नकली डिपॉजिटरी इंस्ट्रक्शन स्लिप (DIS) दी थी। अमित अरोड़ा ने कहा कि अजय सिंह ने उन्हें प्रमोटरों से एयरलाइन लेने के दौरान प्रदान की गई सर्विस के बदले में 10,00,000 शेयरों के ट्रांसफर का वादा किया था।

सुशांत लोक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज
गुरुग्राम पुलिस ने अजय सिंह के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 406 (आपराधिक विश्वासघात), 409 (पब्लिक सर्वेंट, या बैंकर, व्यापारी या एजेंट द्वारा आपराधिक विश्वासघात), 415 (डिसेप्शन), 417 (धोखाधड़ी) 420 (बेईमानी से संपत्ति की डिलीवरी के लिए प्रेरित करना) के तहत सुशांत लोक पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया है।

FIR में अमित अरोड़ा ने लगाया ये आरोप
FIR में शिकायतकर्ता अमित अरोड़ा ने कहा है कि, 'अजय सिंह ने एक डिपॉजिटरी इंस्ट्रक्शन स्लिप दी थी, जो बाद में अमान्य और पुरानी हो गई। इसके बाद, मैंने उनसे कई बार संपर्क किया और उनसे अनुरोध किया कि या तो वैध डिपॉजिटरी इंस्ट्रक्शन स्लिप प्रदान करें या सीधे शेयर ट्रांसफर करें। लेकिन उसने मुझे शेयर ट्रांसफर करने से इनकार कर दिया।'

जब अरोड़ा का प्रतिनिधि स्लिप जमा करने गया तो उन्हें बताया गया कि वह डिपॉजिटरी इंस्ट्रक्शन स्लिप अमान्य और पुरानी है। अरोड़ा ने कहा कि उनके पास सिंह के खिलाफ आरोप लगाने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।

पहले भी लग चुका है आरोप
अरोड़ा ने एफआईआर में यह भी कहा कि उन्हें कई समाचार पत्रों की रिपोर्ट्स के माध्यम से पता चला है कि चेतन नंदा और प्रीति नंदा ने भी अजय सिंह के खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि अजय सिंह ने अवैध डिपॉजिटरी इंस्ट्रक्शन स्लिप प्रदान की थी और नई स्लिप जारी करने के लिए इनकार कर दिया था।

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