नई दिल्ली: भगोड़े विजय माल्या ने पहली बार स्वीकार किया है कि उसने ब्रिटेन में ही रहने के लिए एक और विकल्प आजमाया है। लंदन के हाई कोर्ट में चल रहे दीवालिया मामले में शराब कारोबारी माल्या के वकील फिलिप मार्शल ने अदालत में इसकी जानकारी दी है।
फिलिप मार्शल ने अदालत में कहा, 'प्रत्यर्पण की प्रक्रिया बरकरार है लेकिन वह (माल्या) अभी इसलिए यहां हैं क्योंकि उन्होंने यहां रहने के लिए एक और विकल्प आजमाते हुए गृह मंत्री प्रीति पटेल से गुहार लगाई है।'
ब्रिटेन की सुप्रीम कोर्ट ने माल्या को भारत सरकार को प्रत्यर्पित करने के खिलाफ दायर याचिका को पिछले साल अक्टूबर में खारिज कर दिया था। फिलहाल वह तब तक जमानत पर है जब तक पटेल उसे भारत प्रत्यर्पित करने के आदेश पर हस्ताक्षर नहीं कर देतीं।
ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने इस संबंध में केवल इस बात की पुष्टि की है कि प्रत्यर्पण आदेश पर अमल किये जाने से पहले गोपनीय कानूनी प्रक्रिया चल रही है। इससे यह अटकलें लगाई जा रही हैं कि माल्या ने ब्रिटेन में शरण मांगी थी, जिसकी जानकारी की ब्रिटेन के गृह मंत्रालय ने न तो पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है।