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Chandigarh Medical College: मेडिकल कॉलेज में अब नहीं होगा आयुष्मान भारत के तहत लोगों का इलाज, यह है कारण

Updated May 16, 2022 | 19:48 IST

चंडीगढ़ के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच-32) ने पंजाब से आने वाले मरीजों का आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज करने पर रोक लगा दी है। अस्‍पताल प्रशासन ने इसका कारण बताते हुए कहा कि, पंजाब सरकार ने अभी तक बकाया 2.2 करोड़ का भगुतान नहीं किया है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
चंडीगढ़ मेडिकल कॉलेज का भवन
मुख्य बातें
  • पंजाब के मरीजों का नहीं होगा आयुष्‍मान योजना के तहत इलाज
  • मेडिकल कॉलेज का पंजाब सरकार पर करोड़ों बकाया
  • इस रोक से यहां इलाज कराने आने वाले हजारों मरीजों की बढ़ेगी परेशानी

Chandigarh Medical College: चंडीगढ़ में इलाज कराने के लिए आने वाले पंजाब के लोगों के लिए बुरी खबर है। यहां के सबसे बड़े मेडिकल कॉलेज में आयुष्मान भारत योजना के तहत उपचार बंद हो गया है। गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच-32) ने इस राज्‍य के लोगों का आयुष्मान भारत योजना के तहत उपचार नहीं करने का फैसला किया है। इसका कारण अस्‍पताल ने सरकार की तरफ से बकाया राशि का भुगतान न करना है।

मेडिकल कॉलेज प्रशासन की तरफ से बताया गया कि,  पंजाब के मरीजों का आयुष्मान भारत के तहत होने वाली इलाज की सुविधा पर फिलहाल रोक लगा दी गई है। ऐसा इसलिए किया गया, क्योंकि पंजाब सरकार की तरफ से आयुष्मान भारत योजना के तहत बकाया भुगतान नहीं किया गया। अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, इस बारे में पंजाब सरकार को कई बार नोटिस भी भेजा जा चुका है, लेकिन अभी तक कोई जवाब नहीं आया।

पंजाब सरकार को अस्पताल को देने हैं 2.2 करोड़ रुपये

बता दें कि, पंजाब से प्रतिदिन हजारों मरीज जीएमसीएच में इलाज कराने के लिए चंडीगढ़ आते हैं। पंजाब के भी निजी अस्पतालों ने पैसे का भुगतान न होने से आयुष्मान भारत योजना के अधीन उपचार करने से पहले ही इन्कार कर दिया। जिस वजह से यहां पर मरीजों की संख्‍या में लगातार इजाफा हो रहा था। अस्‍पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा. सुधीर गर्ग ने बताया कि, पंजाब सरकार को आयुष्मान भारत के तहत जीएमसीएच 32 को 2.2 करोड़ रुपए देने हैं। यह वह बकाया धनराशि है जो कि, पंजाब से आए रोगियों के उपचार के लिए आयुष्मान भारत योजना के तहत खर्च की गई है। उन्‍होंने कहा कि, इस योजना के तहत पंजाब सरकार को यह धनराशि अस्पताल प्रशासन को फंड के तहत लौटानी है, लेकिन अभी तक भुगतान नहीं किया गया है। जिस वजह से अब पंजाब से आने वाले मरीजों का इस योजना के तहत इलाज करने पर रोक लगा दी गई है। वहीं, बकाया भुगतान के लिए पंजाब सरकार को नोटिस भी भेजा गया है।