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Chandigarh Crime: चंडीगढ़ में नकली पुलिस अधिकारी बनकर घूम रहे थे बंटी-बबली, आए पुलिस के शिकंजे में

Updated Apr 23, 2022 | 17:57 IST

Chandigarh Crime: चंडीगढ़ पुलिस ने एक ऐसे महिला और पुरुष को गिरफ्तार किया है, जो नकली एसआई और कांस्‍टेबल बनकर युवाओं को पुलिस में भर्ती करने के नाम पर ठगी करते थे। इनके पास से पुलिस ने कई नकली आईकार्ड भी बरामद की है। वहीं इस गैंग का सरगना अभी फरार है।

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तस्वीर साभार:&nbspBCCL
नकली पुलिस बनकर ठगी करने वाले गिरफ्तार (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • नकली पुलिसकर्मी बनकर पुलिस में करते थे युवाओं की भर्ती
  • कांस्‍टेबल के लिए 4 और होमगार्ड के लिए लेते थे 2 लाख रुपये
  • इस गैंग का मुख्‍य आरोपी अभी भी पुलिस गिरफ्त से बाहर

Chandigarh Crime: चंडीगढ़ पुलिस ने दो ऐसे बंटी-बबली को गिरफ्तार किया है, जो नकली पुलिस बनकर युवाओं से कांस्‍टेबल और होमगार्ड भर्ती करने के नाम पर ठगी करते थे। पुलिस ने इन दोनों महिला और एक पुरुष को सेक्टर-49 एरिया में गिरफ्तार किया है, दोनों नकली सब इंस्पेक्टर और महिला कांस्टेबल  बनकर कार से कहीं जा रहे थे। पुलिस ने आरोपितों की पहचान अंबाला निवासी 24 वर्षीय तेजिंदर सिंह और डेराबस्सी की रहने वाली 25 वर्षीय कंचन के तौर पर की है। पुलिस ने इन दोनों के पास से पांच कांस्टेबलों के नकली आई कार्ड बरामद किए हैं।

आरोपियों के बारे में जानकारी देते हुए चंडीगढ़ पुलिस के डीएसपी देवेंदर सिंह ने बताया कि, पुलिस टीम सेक्टर-49 एरिया में पेट्रोलिंग कर रही थी। इसी दौरान दोनों नकली पुलिसकर्मियों के बारे में गुप्त सूचना मिली, जिस पर पुलिस ने नाकाबंदी कर कार सवार एसआई व महिला कांस्टेबल को रोका। पुलिस ने जब पूछताछ की तो दोनों ने अपनी-अपनी नकली आई कार्ड दिखाकर पुलिस हेडक्वार्टर में पोस्टिंग की बात कहीं। लेकिन जांच के दौरान दोनों के आई कार्ड नकली मिले, जिसके बाद उन्‍हें गिरफ्तार कर लिया गया।

पुलिस भर्ती के नाम पर ऐंठते थे पैसे

नकली कांस्‍टेबल बनी आरोपित कंचन ने पुलिस पूछताछ में बताया कि, उसने कुछ साल पहले सेक्टर-24 पुलिस चौकी में प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के तहत कंप्यूटर कोर्स किया था। इस दौरान ही वह एक ऐसे युवक के संपर्क में आई, जिसने खुद को पुलिस ऑफिसर बताकर कंचन को भी आइडी कार्ड और वर्दी देकर कांस्टेबल बना दिया। इसके बाद उसने कंचन से चंडीगढ़ पुलिस में कांस्टेबल और होमगार्ड भर्ती होने वाले युवाओं को तलाशने को कहा। इसके लिए युवाओं से चार और दो लाख रुपये वसूले जाते थे। पुलिस ने बताया कि, तेजिंदर और कंचन ने कबूल किया है कि, वे अब तक चार लोगों को कांस्टेबल और 7 को होमगार्ड भर्ती के लिए आवेदक के तौर पर ला चुके हैं। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि, इस ठगी का मुख्य आरोपित अभी फरार है, जल्दी ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।