- ऑस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ गाबा से पहले दो बार पहली पारी के आधार पर 33 रन की बढ़त हासिल की
- दोनों ही मौकों पर ऑस्ट्रेलिया को टीम इंडिया के हाथों शिकस्त झेलनी पड़ी
- भारत ने 1979 और 2003 में ऑस्ट्रेलिया को ऐसे मात दी है
गाबा: ऑस्ट्रेलिया ने जोश हेजलवुड की अगुवाई में टीम इंडिया को एक समय 186/6 के स्कोर पर पहुंचाकर बैकफुट पर धकेल दिया था। मगर डेब्यू करने वाले वॉशिंगटन सुंदर और ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने 123 रन की शतकीय साझेदारी करके टीम इंडिया की जोरदार वापसी कराई। ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 369 रन के जवाब में भारत की पहली पारी 336 रन पर सिमटी। इस तरह मेजबान टीम को पहली पारी के आधार पर 33 रन की बढ़त मिली।
टीम इंडिया के फैंस के लिए एक आंकड़ा ऐसा निकलकर सामने आया है, जिससे उन्हें खुशी जरूर होगी। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया ने दो बार टेस्ट में पहली पारी के आधार पर भारत के खिलाफ 33 रन की बढ़त बनाई और दोनों ही मौकों पर उसे शिकस्त झेलनी पड़ी है। आखिरी बार ऐसा 2003 एडिलेड टेस्ट के दौरान हुआ था जब राहुल द्रविड़ ने 233 रन की उम्दा पारी खेली थी और उन्हें मैन ऑफ द मैच चुना गया था। भारत ने तब ऑस्ट्रेलिया को 4 विकेट से मात दी थी। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करके पहली पारी में 556 रन का विशाल स्कोर बनाया था। रिकी पोंटिंग ने 242 रन की उम्दा पारी खेली थी। टीम इंडिया ने जोरदार जवाब देते हुए 523 रन बनाए थे।
इस तरह ऑस्ट्रेलिया को पहली पारी के आधार पर 33 रन की बढ़त मिली थी। द्रविड़ के दोहरे शतक के अलावा वीवीएस लक्ष्मण ने 148 रन बनाए थे और दो सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों ने 303 रन की साझेदारी करके टीम इंडिया की मैच में वापसी कराई थी। इसके बाद दूसरी पारी में अजित अगरकर ने 41 रन देकर 6 विकेट झटके और ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 196 रन पर ढेर हो गई। भारत ने 6 विकेट गंवाकर 233 रन का लक्ष्य हासिल करके मुकाबला अपने नाम किया। राहुल द्रविड़ ने नाबाद 72 रन बनाए थे।
गावस्कर और कपिल देव ने भारत को दिलाई जीत
इसके अलावा भारत के 1979 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर 33 रन की बढ़त हासिल की थी। यह 6 मैचों की सीरीज का तीसरा टेस्ट था जो अक्टूबर 1979 को खेला जा रहा था। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी की और पहली पारी में 271 रन पर ऑलआउट हुई। कप्तान सुनील गावस्कर ने 76 रन की पारी खेली थी। जवाब में ग्राहन येलोप (89) की पारी की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी में 304 रन बनाए। इस तरह मेजबान टीम ने पहली पारी के आधार पर 33 रन की बढ़त बनाई।
टीम इंडिया ने दूसरी पारी में चेतन चौहान (84) की उम्दा पारी की बदौलत 311 रन बनाए। टीम इंडिया ने इस तरह ऑस्ट्रेलिया के सामने 278 रन का लक्ष्य रखा। कपिल देव ने गेंदबाजी से तांडव मचाया और ऑस्ट्रेलिया को दूसरी पारी में केवल 125 रन पर ढेर कर दिया। भारत ने यह मुकाबला 153 रन से अपने नाम किया। अब ऑस्ट्रेलिया ने मौजूदा ब्रिस्बेन टेस्ट में भारत के खिलाफ पहली पारी के आधार पर 33 रन की बढ़त हासिल की है। क्या टीम इंडिया भाग्यशाली रहकर गाबा में ऑस्ट्रेलिया का घमंड तोड़ने में कामयाब होगी? यह समय ही बताएगा। गाबा पर ऑस्ट्रेलिया ने पिछले 32 सालों से कोई टेस्ट मैच नहीं गंवाया है।