भारतीय क्रिकेट टीम इस समय ऑस्ट्रेलिया के दौर पर है, जहां उसे तीन वनडे, तीन टी20 और चार टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी है। दौरे की शुरुआत 27 नवंबर को वनडे सीरीज से होगी और 4 दिसंबर से टी20 मैच खेले जाएंगे। इसके बाद भारतीय टीम 17 दिसंबर से बार्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज में भिड़ेगी, जिसका ऑस्ट्रेलियाई टीम के कोच जस्टिन लैंगर को बेसब्री से इंतजार है। वह भारत के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज हार का दर्द भूल नहीं पा रहे हैं और अब बदला लेने को बेकरार हैं। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस बार भारत के खिलाफ ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन करेंगे। बता दें कि भारत ने 2018-19 में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर उसकी सरजमीं पर पहली बार टेस्ट सीरीज अपने नाम की थी।
'हमारे खिलाड़ी दो सालों में बेहतर हुए हैं'
जस्टिन लैंगर ने ‘सिडनी मार्निंग हेराल्ड’ से कहा, 'अगर मैं उस समय (2018-19) की बात करूं तो हम पर्थ टेस्ट मैच में जीतने के बाद एमसीजी में टॉस हार गए थे और मैंने टेस्ट क्रिकेट में संभवतः जितने सपाट विकेट देखे हैं, उसमें हम टॉस गंवा बैठे और उन्होंने (भारत) ने करीब दो दिन तक गेंदबाजी की।' उन्होंने कहा, 'और फिर हमें एससीजी में अगला मैच भी सपाट पिच पर खेलना पड़ा। कोई बहाना नहीं बना रहा, लेकिन तब काफी मुश्किल था।' लैंगर ने कहा, 'भारत अपने खेल के शीर्ष पर था, वे इतिहास में पहली बार हमें हराने के हकदार थे। लेकिन हमारे खिलाड़ी पिछले दो वर्षों में बेहतर हुए हैं और काफी भारतीय खिलाड़ी भी और अनुभवी हुए हैं। मैं इस मुकाबले का इंतजार नहीं कर सकता।'
कोहली की अगुवाई में भारत ने रचा इतिहास
भारतीय टीम ने विराट कोहली की अगुवाई में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पिछली टेस्ट सीरीज में इतिहास रचा था। भारत ने एडिलेड में खेला गया पहला टेस्ट मैच 31 रनों से जीता था जबकि पर्थ में हुआ दूसरे टेस्टऑस्ट्रेलिया ने 146 रनों से अपने नाम किया। हालांकि, मेलबर्न में भारत ने जोरदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को 137 रनों से मात दी, जिसके बाद 'विराट सेना' ने 2-1 से बढ़त बना ली। सिडनी में खेला गया आखिरी और चौथा टेस्ट ड्रॉ रहा और इस तरह भारत ने ऑस्ट्रेलिया में पहली बार टेस्ट सीरीज पर कब्जा जमा लिया। भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया में अब तक कुल 12 टेस्ट सीरीज खेली है, जिनमें सें उसे 8 सीरीज में शिकस्त मिली।