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IND vs SA: खिलाड़ियों की मानसिक स्थिति को बेहतर करने के लिए बीसीसीआई ने उठाया बड़ा कदम

Updated Apr 25, 2022 | 19:11 IST

BCCI to remove bio-bubble in upcoming IND vs SA series: तकरीबन ढाई साल के बाद भारतीय खिलाड़ियों को बायो-बबल से राहत मिलने के आसार हैं। इसको लेकर बीसीसीआई ने एक बड़ा कदम उठाया है।

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तस्वीर साभार:&nbspTwitter
Indian cricket team (BCCI)
मुख्य बातें
  • भारत-दक्षिण अफ्रीका सीरीज के लिए बीसीसीआई ने उठाया बड़ा कदम
  • बायो-बबल से मिलेगी खिलाड़ियों को छट्टी
  • तकरीबन ढाई साल से खिलाड़ी इस व्यवस्था के अंदर रहकर खेल रहे थे

South Africa tour of India 2022: क्रिकेटरों की मानसिक स्थिति को बेहतर रखने के लिये भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ पांच टी20 मैच की आगामी श्रृंखला से जैविक रूप से सुरक्षित माहौल (बायो बबल) का इस्तेमाल नहीं करने की पूरी संभावना है। कोविड-19 महामारी को देखते हुए बायो बबल क्रिकेटरों के जीवन का अहम हिस्सा बन गए थे और विदेशों तथा स्वदेश में लगभग सारी श्रृंखलाएं जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में हुई जिनमें कड़े नियमों को लागू किया गया। टी20 श्रृंखला के मुकाबले नौ से 19 जून के बीच दिल्ली, कटक, विजाग, राजकोट और बेंगलुरू में खेले जाने हैं।

खिलाड़ियों और अधिकारियों की सुरक्षा को देखते हुए इंडियन प्रीमियर लीग बायो बबल में खेली जा रही है। आईपीएल 29 मई को खत्म होगा और बीसीसीआई नहीं चाहता कि उसके खिलाड़ी लीग खत्म होने के बाद एक बार फिर जैविक रूप से सुरक्षित माहौल का हिस्सा बनें। बीसीसीआई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर बताया, ‘‘अगर सब कुछ सही रहा और चीजें अभी की तरह नियंत्रण में रहीं तो दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के दौरान जैविक रूप से सुरक्षित माहौल और कड़ा पृथकवास नहीं होगा।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसके बाद हम आयरलैंड और इंग्लैंड जाएंगे और इन देशों में भी कोई बायो बबल नहीं होगा।’’ बोर्ड को पता है कि जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में जीवन लंबे समय तक व्यावहारिक नहीं है क्योंकि इससे खिलाड़ियों का मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है। अधिकारी ने कहा, ‘‘कुछ खिलाड़ियों को समय समय पर ब्रेक मिला है लेकिन अगर बड़ी तस्वीर देखें तो एक के बाद एक श्रृंखला और अब दो महीने आईपीएल के दौरान जैविक रूप से सुरक्षित माहौल का हिस्सा होना खिलाड़ियों के लिए काफी थकाऊ है।’’

ब्रिटेन में अभी किसी भी खेल के लिए जैविक रूप से सुरक्षित माहौल नहीं है और इसलिए उम्मीद है कि भारतीय टीम को भी वहां बायो बबल का हिस्सा नहीं बनना होगा। भारतीय टीम को ब्रिटेन में तीन हफ्ते में एक टेस्ट और सीमित ओवरों के छह मुकाबले खेलने हैं। हालांकि माना जा रहा है कि खिलाड़ियों का नियमित परीक्षण होगा जिससे कि सुनिश्चित हो सके कि टीम में कोई पॉजिटिव मामला नहीं हो।

कप्तान रोहित शर्मा के अलावा सीनियर बल्लेबाजों विराट कोहली, लोकेश राहुल, विकेटकीपर ऋषभ पंत, तेज गेंदबाजों जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, स्पिनर रविंद्र जडेजा के काम के बोझ के प्रबंधन के लिए प्रभावी कार्यक्रम तैयार किया जा रहा है जिससे कि ब्रिटेन रवाना होने से पहले उन्हें पर्याप्त आराम मिल सके। सूत्र ने कहा, ‘‘नौ से 19 जून के बीच पांच शहरों में पांच टी20 मुकाबले होंगे। बेशक सभी खिलाड़ी सभी मैच नहीं खेलेंगे। किसी को पूर्ण आराम दिया जा सकता है और किसी को कुछ मैच खेलने पड़ सकते हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘अगर इन खिलाड़ियों को नियंत्रित ब्रेक नहीं दिया गया तो इनको नुकसान ही होगा। लेकिन बेशक ब्रेक के बारे में चयनकर्ता मुख्य कोच (राहुल द्रविड़) के साथ बात करके फैसला करेंगे।’’ यह देखना होगा कि हार्दिक पंड्या को आईपीएल के बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ घरेलू श्रृंखला के लिए भारतीय टीम में जगह मिलती है या फिर उन्हें सीधे आयरलैंड के खिलाफ टी20 श्रृंखला के लिए चुना जाता है।

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