- कोरोना की वजह से उपजे लॉकडाउन के दौरान चोट से उबरने में सफल रहे हैं एंडरसन
- इंग्लैंड के कंडिशनिंग कोच का मानना है कि दो साल लंबा हो गया है उनका करियर
- एंडरसन इंग्लैंड के सबसे सफल टेस्ट गेंदबाज हैं, 600 विकेट झटकने पर है उनकी नजर
लंदन: कोरोना वायरस संक्रमण के कारण पूरी दुनिया में खेल गतिविधियों पर पिछले तीन महीने से विराम लगा हुआ था। लेकिन धीरे-धीरे खेल गतिविधियों की शुरुआत होने लगी है। यूरोपीय सर्किट में फुटबॉल की वापसी दर्शकों की गैरमौजूदगी में हो चुकी है। क्रिकेट की वापसी भी इंग्लैंड में जल्द होने वाली है। वेस्टइंडीज और इंग्लैंड के बीच 9 जुलाई को तीन मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज होने जा रहा है।
कोरोना की वजह से उपजे लॉकडाउन के दौरान खिलाड़ी परेशान हो गए थे और मैदान पर वापसी करने को बेकरार थे। कुछ खिलाड़ियों को फिटनेस खराब होने और इसका करियर पर असर पड़ता दिख रहा था। लेकिन इंग्लैंड के दिग्गज खिलाड़ी जेम्स एंडरसन के लिए ये कोराना ब्रेक वरदान साबित हुआ है। इसकी वजह से उनका करियर कुछ और साल आगे बढ़ सकता है। इस बात की तस्दीक इंग्लैंड के अनुकूलन कोच रॉब अहमन ने की है।
अभ्यास में जुटे हैं एंडरसन
अहमन का मानना है कि कोरोना वायरस के कारण मजबूरी में मिले विश्राम से टीम के अनुभवी तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन के करियर को एक-दो साल के लिए आगे बढ़ाने में मददगार होगा। एंडरसन उन 55 खिलाड़ियों के समूह में शामिल हैं जिन्हें आठ जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट श्रृंखला से पहले इंग्लैंड के अभ्यास शिविर में शामिल होने के लिए कहा गया है। 37 वर्षीय एंडरसन नेट्स पर सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करते हुए बॉलिंग का अभ्यास कर रहे हैं।
पूरी तरह पिंडली की चोट से गए हैं उबर
अभ्यास के दौरान एंडरसन के प्रदर्शन पर अहमन पैनी नजर रखे हैं। अहमन से स्काई स्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा, 'मैं एंडरसन के साथ बहुत निकट संपर्क में रहा हूं। यहां तक कि पिंडली में लगी चोट से वो अच्छी तरह से उबर गये हैं। इसके साथ ही वो अपनी शारीरिक क्षमता में सुधार कर रहे हैं जो कि 37 वर्षीय अंतरराष्ट्रीय गेंदबाज के लिए शानदार है।'
इंग्लैंड के लिए टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले एंडरसन पिछले कुछ समय से चोटों से परेशान थे। बार-बार पुरानी चोटें उभरकर उनके लिए परेशानी का सबब बन रही थीं। एशेज श्रृंखला में उनकी पिंडली में दर्द उठ गया था जबकि इस साल जनवरी में उन्हें चोटिल होने के कारण दक्षिण अफ्रीका के दौरे से वापस आना पड़ा था।
अहमन ने कहा, 'शारीरिक अभ्यास के दौरान उनकी कड़ी मेहनत और तैयारी को देखकर यह लगता है कि वह इन चीजों को लेकर कितने गंभीर हैं। वह समझते हैं कि अगर वह ऐसा नहीं करेंगे तो शायद अपने खेल को जारी नहीं रख पायेंगे।'