- इंग्लैंड ने आयरलैंड को पहले वनडे में 6 विकेट से हराया
- डेविड विली ने वनडे क्रिकेट में की जोरदार वापसी
- बताया कैसा गुजरा एक साल, विश्व कप टीम में ना चुने जाने पर संघर्ष
नई दिल्ली: गुरुवार को पहले वनडे में इंग्लैंड ने आयरलैंड को 6 विकेट से मात देकर सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल की। इस लो-स्कोरिंग वनडे मैच में आयरलैंड की टीम पहले बल्लेबाजी करने उतरी और कुल 172 रन पर ढेर हो गई। इसका श्रेय गया इंग्लैंड के बाएं हाथ के पेसर डेविड विली को, जिन्होंने 5 विकेट झटके और इंग्लैंड की जीत के बाद वो 'मैन ऑफ द मैच' बने। विली को एक साल बाद टीम में मौका दिया गया और वो विश्व कप टीम का हिस्सा भी नहीं बनाए गए थे। अब विली ने हुंकार भरते हुए कहा है कि उनका सर्वश्रेष्ठ अभी आना बाकी है।
विश्व कप से ठीक पहले किए गए थे बाहर
गौरतलब है कि पिछले साल आईसीसी विश्व कप की टीम से ऐन मौके पर बाहर किये गए इंग्लैंड के तेज गेंदबाज डेविड विले को इस बात का मलाल रहा होगा। उन्हें तकरीबन 14 महीने तक राष्ट्रीय टीम की जर्सी पहनने का मौका नहीं दिया गया, लेकिन गुरुवार को अपने 47वें वनडे मैच में उन्होंने खुद को साबित करन में कोई कसर नहीं छोड़ी। वनडे करियर में अब तक 57 विकेट ले चुके विले को पिछले साल विश्व कप टीम में नहीं चुना गया था। जोफ्रा आर्चर को उन पर तरजीह दी गई थी।
'मैं काफी बुरे समय से गुजरा था'
डेविड विले ने कहा कि अबु धाबी टी10 लीग के दौरान वह काफी बुरे समय से गुजर रहे थे। उन्होंने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से कहा,‘‘ मैं वहां जाना ही नहीं चाहता था। मैदान पर उतरना नहीं चाहता था। मुझे लगता था कि खेल से प्यार ही खत्म हो गया है। मैं बस होटल में रहना चाहता था।’’ विली ने एक वीडियो भी पोस्ट किया था जिसमें वो अपनी हैमस्ट्रिंग इंजरी का इलाज करते नजर आ रहे हैं और उसमें उन्होंने इसका दर्द भी बयां किया।
महामारी का ब्रेक साबित हआ वरदान
विले ने कहा कि कोरोना वायरस महामारी के कारण मिले ब्रेक से उन्हें सफल वापसी में मदद मिली। उन्होंने कहा, ‘‘इंग्लैंड के लिये फिर खेलने का अहसास अदभुत था। मैने इसके लिये काफी मेहनत की। अब मैं फिर अपने खेल का मजा ले रहा हूं। मैं सही दिशा में जा रहा हूं। मुझे हालात ने मौका दिया है और मुझे लगता है कि मेरा सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अभी बाकी है।’’