- इंग्लिश ओपनर्स ने चेन्नई में 24 पारियों का सिलसिला तोड़ा
- भारत के खिलाफ इंग्लिश ओपनर्स ने 63 रन की साझेदारी की
- 2017 के बाद पहली बार किसी विदेशी जोड़ी ने अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की
चेन्नई: टीम इंडिया और इंग्लैंड के बीच चेन्नई में शुक्रवार से चार मैचों की सीरीज का पहला टेस्ट शुरू हुआ। इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। इंग्लिश ओपनर्स डॉम सिबले और रोरी बर्न्स (33) ने 63 रन की साझेदारी की और 2017 से चले आ रहे 'शनि' को उतार दिया। इस ओपनिंग जोड़ी ने भारतीय जमीन पर 24 टेस्ट पारियों का सिलसिला तोड़ने का काम किया।
दरअसल, रोरी बर्न्स और डॉम सिबले के बीच पहले विकेट के लिए 63 रन की साझेदारी हुई, जो भारतीय जमीन पर किसी विदेशी ओपनिंग जोड़ी द्वारा बीते चार साल में पहली अर्धशतकीय साझेदारी रही। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के डेविड वॉर्नर और मैट रेनशॉ की जोड़ी ने रांची टेस्ट में पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की थी। रांची टेस्ट के बाद से भारत में 12 टेस्ट घरेलू जमीन पर खेले। इसकी 24 पारियों में कोई विदेशी ओपनिंग जोड़ी अर्धशतकीय साझेदारी पूरी नहीं कर सकी।
विदेशी जोड़ियों की बात करें तो भारत में 2017 में रांची टेस्ट के बाद उन्होंने 10.3 की औसत से कुल 249 रन बनाए। इस दौरान ओपनिंग जोड़ी का सर्वश्रेष्ठ स्कोर 32 रन था। फिर चेन्नई में खेली गई 25वीं पारी में सिबले-बर्न्स ने इस सिलसिले को तोड़ा और अर्धशतकीय साझेदारी पूरी की। रविचंद्रन अश्विन ने रोरी बर्न्स को विकेटकीपर पंत के हाथों कैच आउट कराकर इस साझेदारी को तोड़ा। बर्न्स ने 60 गेंदों में दो चौके की मदद से 33 रन बनाए।
रूट ने जमाया शतक
इसके बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने डॉम सिबले के साथ मिलकर भारतीय गेंदबाजों की खबर ली और खबर लिखे जाने तक इंग्लिश कप्तान ने अपना 20वां टेस्ट शतक पूरा कर लिया था। रूट-सिबले की पार्टनरशिप के कारण इंग्लैंड ने समाचार लिखे जाने तक 80 ओवर में दो विकेट खोकर 235 रन बना लिए हैं। सिबले 256 गेंदों में 12 चौके की मदद से 83 रन बनाकर क्रीज पर जमे हुए थे। इन दोनों के बीच खबर लिखे जाने तक 172 रन की साझेदारी हो चुकी थी।
बता दें कि इंग्लिश कप्तान जो रूट अपने करियर का 100वां टेस्ट मैच खेल रहे हैं। उन्होंने शतक जमाकर इसे विशेष बना दिया है। इसके अलावा इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जोस बटलर अपना 50वां टेस्ट खेल रहे हैं। उनकी कोशिश इसे यादगार बनाने की होगी। फिलहाल, खबर लिखे जाने तक बटलर अपने बल्लेबाजी के मौके का इंतजार कर रहे थे।