- डॉम सिबली ने मैनचेस्टर टेस्ट की पहली पारी में 312 गेंदों में पूरा किया अपना शतक
- इस पारी के दौरान उन्होंने जड़े केवल 4 चौके
- उनका नाम इंग्लैंड के लिए सबसे धीमे टेस्ट शतक जड़ने वाले खिलाड़ियों की सूची में शामिल हो गया है
मैनचेस्टर: युवा सलामी बल्लेबाज डॉम सिबली ने वेस्टइंडीज के खिलाफ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर खेले जा रहे सीरीज के दूसरे टेस्ट में शतक जड़कर अपनी टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया है। सिबली ने मैच के दूसरे दिन लंच से पहले करियर का दूसरा टेस्ट शतक पूरा किया। पिछले साल न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट करियर का आगाज करने वाले सिबली ने अपना नाम इंग्लैंड क्रिकेट इतिहास में सबसे धीमा टेस्ट शतक जड़ने वाले दिग्गज खिलाड़ियों की सूची में दर्ज करा लिया है।
करियर का आठवां टेस्ट खेल रहे सिबली ने जनवरी 2020 में केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 133* रन की नाबाद पारी खेली थी। अपनी उस शतकीय पारी के बाद से वो अच्छी शुरुआत को बड़ी पारी में बदलने में नाकाम रहे थे। साउथैम्पटन में खेले गए वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरी पारी में उन्होंने अर्धशतक(50) जड़ा था लेकिन इस पारी को तीन अंकों तक पहुंचाने में असफल रहे थे। ऐसे में मैनचेस्टर में टीम को खराब शुरुआत से उबारते हुए करियर का दूसरा और घरेलू सरजमीं पर पहला टेस्ट शतक जड़ दिया।
नासिर हुसैन के नाम दर्ज है रिकॉर्ड
सिबली ने 312वीं गेंद पर अपना शतक पूरा किया। इस दौरान उन्होंने केवल चार चौके जड़े। उनका शतक इंग्लैंड के लिए साल 1990 के बाद टेस्ट क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी बल्लेबाज द्वारा जड़ा गया पांचवा सबसे धीमा टेस्ट शतक है। पिछले 30 साल में इंग्लैंड के लिए सबसे धीमा टेस्ट शतक जड़ने का रिकॉर्ड नासिर हुसैन के नाम दर्ज है। हुसैन ने 1999 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ डरबन टेस्ट में 343 गेंद में शतक पूरा किया था।
इंग्लैंड के लिए दो दशक में सबसे धीमा टेस्ट शतक
इस सूची में दूसरे, तीसरे और चौथे पायदान पर काबिज माइकल आर्थटन ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 1991 में सिडनी में 326 गेंद में, साल 2000 में पाकिस्तान के खिलाफ कराची में 317 गेंद में और वेस्टइंडीज के खिलाफ ओवल में 315 गेंद में शतक पूरा किया था। ऐसे में सिबली का शतक इंग्लैंड में इंग्लिश बल्लेबाज द्वारा जड़ा गया पिछले 30 साल में दूसरा और 20 साल में सबसे धीमा टेस्ट शतक है।