केरल क्रिकेट संघ (केसीए) एस श्रीसंत पर प्रतिबंध खत्म होने से खुश है। केसीए का कहना है कि आगामी घरेलू क्रिकेट सीजन में खेलने के लिए श्रीसंत को अपनी फॉर्म और फिटनेस साबित करनी होगी। केरल रणजी टीम के कोच टीनू योहानन ने क्रिकइंफो से कहा, 'श्रीसंत ने कड़ी मेहनत करके और खुद को फिट रखते हुए फिर से खेलने की इच्छा जाहिर की है।' उन्होंने कहा, 'हम उनके साथ संपर्क में हैं। हम उनके नाम पर विचार करेंगे, लेकिन यह उनके फॉर्म और फिटनेस पर निर्भर करेगा। लेकिन उनके लिए दरवाजे खुले हैं।'
साल 2013 में श्रीसंत पर लगा था प्रतिबंध
बीसीसीआई ने 2013 में आईपीएल स्पॉट फिक्सिंग मामले में श्रीसंत पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था। 2015 में हालांकि दिल्ली की एक विशेष अदालत ने उन पर लगे सभी आरोपों से उन्हें बरी कर दिया था। वर्ष 2018 में केरल उच्च न्यायालय ने बीसीसीआई द्वारा उन पर लगाए गए आजीवन प्रतिबंध को खत्म कर दिया था और उसके खिलाफ सभी कार्यवाही को भी रद्द कर दिया था। हालांकि, उच्च न्यायालय की एक खंडपीठ ने प्रतिबंध की सजा को बरकरार रखा था।
श्रीसंत केसीए सुविधा सेंटर में ट्रेनिंग कर रहे
श्रीसंत ने इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल मार्च में उनके अपराध को बरकरार रखा था, लेकिन बीसीसीआई को उनकी सजा कम करने निर्देश दिया था और भारतीय बोर्ड ने उनकी आजीवन प्रतिबंध की सजा को घटाकर सात साल कर दिया था, जोकि पिछले महीने अगस्त में समाप्त हो गया है। जून में लॉकडाउन के हटने के बाद से श्रीसंत केरल की अंडर-23 टीम के कुछ खिलाड़ियों और कई सीनियर क्रिकेटरों के साथ एर्नाकुलम में केसीए सुविधा सेंटर में ट्रेनिंग कर रहे हैं।
'मेरे पास ज्यादा से ज्यादा पांच-सात साल हैं'
श्रीसंत ने हाल में अपने ट्विटर पर कहा था, 'मैं हर तरह के आरोपों से और अन्य चीजों से अब आजाद हूं और जिस खेल को सबसे ज्यादा पसंद करता हूं उसके लिए तैयार हूं। जितनी भी गेंद मैं डालूंगा, हर किसी में अपनी पूरी जान लगा दूंगा, फिर चाहे वो अभ्याय में ही क्यों न हो। मेरे पास ज्यादा से ज्यादा पांच-सात साल हैं, इस खेल में अपना सबकुछ देने के लिए और मैं जिस भी टीम से खेलूंगा उसके लिए अपनी ओर से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करूंगा।' 37 वर्षीय श्रीसंत ने भारत के लिए अब तक 27 टेस्ट, 53 वनडे और 10 टी 20 मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने क्रमश : 87, 75 और सात विकेट झटके हैं।