- फाफ डु प्लेसिस ने पिछले साल टेस्ट और टी20 कप्तानी छोड़ दी थी
- अब एक साल बाद डु प्लेसिस ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया है
- डु प्लेसिस अब टी20 फॉर्मेट पर अपना फोकस ज्यादा रखेंगे
दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज और पूर्व कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने बुधवार को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। 36 वर्षीय खिलाड़ी ने अपने देश के लिए 69 टेस्ट मैच खेले और 40.03 की औसत से 4163 रन बनाए। उन्होंने इस दौरान 10 शतक और 21 अर्धशतक जमाए। डु प्लेसिस ने इंस्टाग्राम पोस्ट के जरिए फैंस को रिटायरमेंट की जानकारी दी। उन्होंने हाथ में बल्ला उठाए अपनी एक तस्वीर शेयर की और कैप्शन लिखा, 'मेरा दिल साफ है और एक नए अध्याय की शुरुआत करने के लिए यह बिलकुल समय सही है।'
डू प्लेसिस का टेस्ट करियर आठ साल लंबा रहा
फाफ डू प्लेसिस का टेस्ट करियर आठ साल लंबा चला। उन्होंने नवंबर, 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में टेस्ट डेब्यू किया था। उन्होंने कई मैचों में अपनी टीम को मुश्किल से निकाला। डू प्लेसिस ने अपना आखिरी टेस्ट मैच इसी महीने रावलपिंडी में पाकिस्तान के खिलाफ खेला। दाएं हाथ के बल्लेबाज का पाकिस्तान दौरे पर प्रदर्शन बेहद निराशाजनक रहा और वह दो टेस्ट में सिर्फ 55 रन ही बना सके। उन्होंने 5 अंतिम टेस्ट पारियों में 8, 23, 10, 17 और 5 रन बनाए। डू प्लेसिस का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर 199 रन है, जो उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ जनवरी, 2020 में खेले गए टेस्ट में बनाया था।
डू प्लेसिस की कप्तानी में टीम ने जीते 18 टेस्ट मैच
डु प्लेसिस का कप्तानी में रिकॉर्ड अच्छा रहा है। उनकी कप्तानी में दक्षिण अफ्रीका ने 36 टेस्ट मैच खेले, जिसमें टीम ने 18 मुकाबले अपने नाम किए। हालांकि, डु प्लेसिस ने पिछले साल टेस्ट और टी20 टीम की कप्तानी तत्काल प्रभाव से छोड़ दी थी। उन्होंने कहा था कि वह नई पीढ़ी को बढ़ावा देना चाहते हैं। डु प्लेसिस ने टेस्ट और टी20 की कप्तान छोड़ने का फैसला वनडे टीम की कप्तानी से हटाए जाने के बाद लिया था। बता दें कि दक्षिण अफ्रीकी टीम का साल 2019 के विश्व कप में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था, जिसके बाद डु प्लेसिस को कप्तानी से हटा दिया गया था।
डु प्लेसिस की आगामी दो टी20 विश्व कप पर निगाह
अपने रिटायरमेंट पोस्ट में डु प्लेसिस ने कहा कि वह अब आगामी दो टी20 विश्व कप भारत (2021) और ऑस्ट्रेलिया (2022) में पर ज्यादा फोकस रखेंगे। डुप्लेसिस ने लिखा, 'यह हम सभी के लिये मुश्किलों से लड़कर आगे बढ़ने वाला साल रहा। कभी अनिश्चितता भी रही लेकिन इससे कई पहलुओं को लेकर मेरी स्पष्ट राय बनी।' उन्होंने कहा, 'खेल के सभी प्रारूपों में देश का प्रतिनिधित्व करना सम्मान की बात है लेकिन अब मेरे लिए टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का समय आ गया है।' डुप्लेसिस ने कहा, 'अगले दो साल आईसीसी टी20 विश्व कप होगा। इस वजह से मैं अपना ध्यान इस प्रारूप पर केंद्रित कर रहा हूं।'