जिंबाब्वे के पूर्व कप्तान और दिग्गज क्रिकेटर रहे हीथ स्ट्रीक पर 8 साल का बैन लगाया गया है। जिम्बाब्वे के दमदार गेंदबाजों में से एक स्ट्रीक पर यह प्रतिबंध इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के एंटी करप्शन कोड के नियमों का उल्लंघन करने की वजह से लगा है। उन्होंने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। स्ट्रीक ने स्वीकार किया है कि उन्होंने पांच नियमों का उल्लंघन किया। उन्होंने शुरुआत में अपने ऊपर लगे आरोपों को मानने से इंकार कर दिया था, मगर फिर बाद में अपनी गलती मान ली।
बतौर कोच नियमों का उल्लंघन
आईसीसी ने एक बयान में कहा कि स्ट्रीक जिंबाब्वे और विभिन्न घरेलू टीमों के कोच के रूप में भ्रष्टाचार रोधी संहिता के उल्लंघन किया। आईपीसी के जनरल मैनेजर एलेक्स मार्शल ने कहा, 'हीथ स्ट्रीक को कई सारे एंटी करप्शन मामलों में संलग्न पाया गया है। उन्हें मालूम था कि वो जिस भूमिका में हैं, यह उनके पद के नियमों और गरिमा के खिलाफ है।'
मार्शल ने आगे कहा एक तरफ जहां स्ट्रीक ने कई मौकों पर संहिता का उल्लंघन किया वहीं कई बार हमारी जांच में बाधा डालने और देरी करने की भी प्रयास किया। बता दें कि स्ट्रीक साल 2017 और 2018 के बीच हुए कई मैचों को लेकर संदेह में थे। इनमें इंरनेशनल क्रिकेट, बांग्लादेश प्रीमियर लीग. अफगानिस्तान प्रीमियर लीग और इंडियन प्रीमियर लीग के मुकाबले भी शामिल हैं।
हीथ स्ट्रीक का ऐसा रहा करियर
स्ट्रीक ने जिम्बाब्वे के लिए 12 साल क्रिकेट खेला है। उन्होंने साल 1993 में डेब्यू किया और साल 2005 में आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच खेला। उन्होंने जिम्बाब्वे की तरफ 65 टेस्ट और 189 वनडे मुकबाले, जिसमें उन्होंने 455 इंटरनेशनल विकेट झटके। उन्होंने 216 टेस्ट और 239 वनडे विकेट अपने नाम किए। इसके अलावा उन्होंने टेस्ट में 1990 और वनडे में 2942 रन बनाए।