- ऑस्ट्रेलिया का पाकिस्तान दौरा 2022
- आतंक के खौफ के बीच क्रिकेट को लेकर लगातार हो रही है चर्चा
- पूर्व क्रिकेटर ज्यॉफ लॉसन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम को हिम्मत देने का प्रयास किया
पाकिस्तान में आतंक के खौफ के बीच क्रिकेट कैसे होगा ये लंबे समय से एक बड़ा सवाल बना रहा है। सालों पहले श्रीलंकाई टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद से कोई भी टीम वहां जाने से कतराती रही है। हाल में न्यूजीलैंड की टीम ने भी सीरीज शुरू होने से ठीक पहले पाकिस्तान से रवाना होने का फैसला ले लिया था। अब 24 साल में पहली बार ऑस्ट्रेलियाई टीम पाकिस्तान का दौरा करने जा रही है। जाहिर है कि उनके मन में भी तमाम सवाल होंगे। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटर और पाकिस्तान के कोच रह चुके ज्योफ लॉसन ने उनको थोड़ी हिम्मत देने का प्रयास किया है।
ज्योफ लॉसन का मानना है कि सीनियर टीम का मार्च में पाकिस्तान का दौरा बहुत महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि अगर ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर पाकिस्तान का दौरा करेंगे, तो उनका शानदार स्वागत किया जाएगा। ऑस्ट्रेलिया को तीन टेस्ट, तीन वनडे और एक टी20 खेलना है, इस दौरे की शुरुआत 3 मार्च से होनी है।
लॉसन ने शनिवार को द सिडनी मॉनिर्ंग हेराल्ड में लिखा, "एमसीजी में बॉक्सिंग डे, एडिलेड ओवल डे-नाइट टेस्ट यह सब ऑस्ट्रेलिया के संस्कृतियों, धर्मों और भाषाओं को उजागर करते हैं। ऑस्ट्रेलिया जीत या हार अप्रासंगिक है। महत्वपूर्ण बात यह है कि आप पूरी क्षमता के साथ देश के लिए खेलते हैं। आप वास्तव में क्रिकेट बिरादरी के सदस्य हैं।"
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लॉसन ने कहा, "मैं टेस्ट मैच के हर दिन गद्दाफी स्टेडियम में 30,000 प्रशंसकों के आने की उम्मीद करता हूं। यह क्रिकेट की दुनिया के महान स्टेडियमों में से एक है। वे उनका समर्थन करेंगे।" लॉसन ने बताया कि कैसे ऑस्ट्रेलिया को 2019 के बाद से टेस्ट के लिए विदेशी दौरे के लिए समय नहीं मिला, विशेष रूप से 1998 से पाकिस्तान के खिलाफ।
उन्होंने कहा, "ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटरों ने घर पर ही कोविड-19 महामारी में टेस्ट सीरीज खेले है। 2019 में एशेज के बाद से विदेशी धरती पर कम टेस्ट खेले हैं, क्योंकि महामारी के कारण विदेशी धरती पर खेलना आसान नहीं रहा है।"