- हार्दिक-क्रुणाल पांड्याके पिता का शनिवार को दिल का दौरा पड़ने से निधन
- क्रुणाल पांड्या ने सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में अपने साथियों को छोड़ा ताकि परिवार से जुड़ें
- हार्दिक पांड्या इंग्लैंड के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज के लिए ट्रेनिंग कर रहे थे
बड़ौदा: भारतीय क्रिकेट जगत को शनिवार की सुबह बहुत बुरी खबर सुनने को मिली। भारतीय क्रिकेटर्स हार्दिक और क्रुणाल पांड्या के पिता हिंमाशु पांड्या का निधन हो गया है। जहां हार्दिक पांड्या इस समय किसी तरह की क्रिकेट गतिविधि में व्यस्त नहीं हैं, वहीं क्रुणाल पांड्या सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बड़ौदा का नेतृत्व कर रहे थे। ऐसी जानकारी मिली है कि हिमांशु पांड्या का निधन दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई है।
एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक क्रुणाल पांड्या ने बायो-बबल छोड़ दिया है, जहां वो बड़ौदा टीम के अपने अन्य खिलाड़ियों के साथ थे। बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन के सीईओ शिशिर हट्टांग्दी ने एएनआई से कहा, 'जी हां, क्रुणाल पांड्या ने बबल छोड़ दिया है। यह निजी क्षति है। हार्दिक और क्रुणाल के इस नुकसान पर बड़ौदा क्रिकेट एसोसिएशन संवेदना प्रकट करती है।'
हार्दिक पांड्या ने मौजूदा सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बड़ौदा के लिए हिस्सा नहीं लिया, लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ आगामी घरेलू सीरीज की तैयारियों में जुटे हुए हैं।
पिता का बहुत बड़ा योगदान
क्रुणाल और हार्दिक पांड्या कई बार इंटरव्यु में खुलासा कर चुके हैं कि उनके पिता ने बड़े समझौते किए, जिसकी वजह से दोनों भाई भारतीय क्रिकेट में अपना नाम बना सके हैं। वहीं हिंमाशु पांड्या ने मुंबई इंडियंस टीवी को दिए इंटरव्यु में कहा था, 'जब भी मैं हार्दिक और क्रुणाल की बात करता हूं तो अपने आंसू रोक नहीं पाता क्योंकि यह भगवान के उपहार हैं, जो इतना अच्छा कर रहे हैं। हमारे कई रिश्तेदारों ने इन्हें छोटी उम्र में क्रिकेट में डालने पर आपत्ति जताई। मगर हमने कभी अपनी योजना नहीं बदला और यह देखना शानदार है कि आज दोनों ने क्या हासिल किया है।'
हार्दिक पांड्या हाल ही में ऑस्ट्रेलिया में सीमित ओवर सीरीज खेलने के बाद लौटे हैं। हाल ही में पिता बने हार्दिक पांड्या अपने बेटे, पत्नी और परिवार के साथ समय बिता रहे हैं और साथ ही इंग्लैंड के खिलाफ आगामी सीरीज की तैयारियों में जुटे हैं। पांड्या बंधुओं के पिता के निधन की खबर के बाद से लगातार संवेदनाएं प्रकट करने के संदेश आ रहे हैं।