- हार्दिक ने वो पल याद किया जब धोनी ने अपने बिस्तर पर उन्हें सोने का प्रस्ताव दिया था
- न्यूजीलैंड में पांड्या बाद में टीम से जुड़े थे और तब होटल के कमरे उपलब्ध नहीं थे
- हार्दिक ने 2019 में न्यूजीलैंड दौरे के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी
नई दिल्ली: भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या ने पूर्व कप्तान एमएस धोनी से जुड़ा एक यादगार किस्सा साझा किया है। पांड्या ने बताया कि 2019 में न्यूजीलैंड दौरे पर उन्हें भारतीय टीम में देर से जोड़ा गया। पांड्या बीच सीरीज में न्यूजीलैंड पहुंचे थे, जहां उन्होंने 8 में से 6 मैच खेले थे। पहले तो हार्दिक पांड्या को ऑस्ट्रेलिया से भारतीय टीम के साथ ही न्यूजीलैंड जाना था, लेकिन बीसीसीआई के निलंबन के कारण उन्हें भारत लौटना पड़ा था।
इंग्लैंड लायंस के खिलाफ घरेलू सीरीज के लिए केएल राहुल को भारत ए स्क्वाड में जोड़ा गया था। तो हार्दिक पांड्या को इंटरनेशनल क्रिकेट में वापसी के लिए न्यूजीलैंड भेजा गया था। न्यूजीलैंड पहुंचने के बाद भारतीय ऑलराउंडर को कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ा क्योंकि वहां उनके लिए होटल का कोई कमरा उपलब्ध नहीं था।
एमएस धोनी ने दिया था ये ऑफर
तब एमएस धोनी की दरियादिली से हार्दिक पांड्या गदगद हो गए थे। एमएस धोनी की दरियादिली को याद करते हुए पांड्या ने खुलासा किया कि पूर्व कप्तान ने उन्हें अपने बिस्तर पर सो जाने का प्रस्ताव दिया जबकि खुद जमीन पर नींद लेने को कहा।
पांड्या ने ईएसपीएनक्रिकइंफो से बातचीत में कहा, 'एमएस धोनी ऐसे हैं, जो मुझे शुरूआत से समझते हैं। मैं कैसे काम करता हूं, किस तरह का इंसान हूं, मुझे क्या पसंद नहीं है, सबकुछ समझते हैं। जब मुझे न्यूजीलैंड सीरीज के लिए चुना गया तो शुरूआत में कोई होटल का कमरा उपलब्ध नहीं था। मगर मुझे फोन पर कहा गया, 'तुम बस आ जाओ। एमएस धोनी ने हमें कहा है, 'मैं बिस्तर पर नहीं सोता हूं।' वो मेरे बिस्तर पर सो जाएगा। मैं जमीन पर सो जाउंगा।'
हार्दिक पांड्या ने तीसरे वनडे में वापसी की और 10 ओवर में 45 रन देकर दो विकेट झटके। उन्हें बल्लेबाजी का मौका नहीं मिला। न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज के बाद हार्दिक पांड्या कमर की तकलीफ के कारण विश्व कप से पहले की आखिरी सीरीज में नहीं खेल सके थे। उन्होंने सीधे आईसीसी इवेंट में वापसी की। हार्दिक पांड्या का एमएस धोनी के साथ रिश्ता बहुत अच्छा है। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरूआत एमएस धोनी की कप्तानी में ही की थी।