केंटरबेरी: भारत और इंग्लैंड की महिला टीम के बीच खेली जा रही तीन मैच की वनडे सीरीज हरमनप्रीत की कप्तानी वाली भारतीय टीम ने बुधवार को इंग्लैंड को 88 रन के बड़े अंतर से मात दी। टीम इंडिया द्वारा जीत के लिए दिए 334 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान टीम 44.2 ओवर में 245 रन पर ढेर हो गई। इसके साथ ही भारतीय टीम ने 2-0 के अंतर से सीरीज भी अपने नाम कर ली।
23 साल बाद इंग्लैंड में लहराया परचम
भारतीय महिला टीम की यह इंग्लैंड की सरजमीं पर 23 साल लंबे अंतराल के बाद पहली वनडे सीरीज जीत है। साल 1999 में महिला टीम इंडिया ने इंग्लैंड को उसके ही घर पर पटखनी देकर वनडे सीरीज जीती थी। इस उपलब्धि को दोहराने में भारतीय टीम को 23 साल इंतजार करना पड़ा। टीम की जीत की हीरो कप्तान हरमनप्रीत कौर रहीं जिन्होंने बुधवार को 111 गेंद में नाबाद 143 रन की शतकीय पारी खेलकर मैच और सीरीज दोनों भारत के पक्ष में कर दिया।
चंद्रकांता कौल कप्तानी में मिली थी जीत, पांड्य़ा ने खेली धमाकेदार पारी
साल 1999 में भारतीय टीम के लिए मिताली राज ने डेब्यू किया था। उस सीरीज को टीम इंडिया ने चंद्रकांता कौल की कप्तानी में 2-1 के अंतर से अपने नाम किया था। अंजुम चोपड़ा ने उस सीरीज के दौरान एक शतक और एक अर्धशतक जड़ा था। इंग्लैंड ने साल 2007 के बाद पहली बार घर पर ऑस्ट्रेलिया के अलावा अन्य किसी टीम के खिलाफ द्विपक्षीय सीरीज गंवाई है।
दो सीरीज से जुड़े दो दिग्गजों के नाम, एक का डेब्यू दूसरे की विदाई
सबसे रोचक बात है कि भारतीय महिला क्रिकेट के दो महान खिलाड़ियों के नाम इंग्लैंड के खिलाफ इन दो वनडे सीरीज से जुड़े हैं। साल 1999 में जहां डेब्यू सीरीज में जीत के साथ मिताली राज ने अपने करियर का आगाज किया था। वहीं झूलन गोस्वामी सीरीज जीत के साथ अपने करियर का अंत करेंगी। लॉर्ड्स के ऐतिहासिक मैदान पर 24 सितंबर को झूलना अपने करियर का आखिरी मैच खेलेंगी।
इसी साल संन्यास लेनी वाली मिताली ने जहां करियर का अंत वनडे क्रिकेट में दुनिया की सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी के रूप में किया। उसी तरह झूलन गोस्वामी भी अपने करियर का अंतर महिलाओं के वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली खिलाड़ी के रूप में करने जा रही हैं।