- जो रूट ने भारत के खिलाफ डे/नाइट टेस्ट की पहली पारी में 8 रन देकर पांच विकेट लिए
- जो रूट ने अपने टेस्ट करियर में पहली बार एक पारी में पांच विकेट चटकाए
- जो रूट ने इस गेंदबाजी प्रदर्शन के साथ विशेष क्लब में एंट्री कर ली है
अहमदाबाद: इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने गुरुवार को टीम इंडिया के खिलाफ अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में जारी डे/नाइट टेस्ट के दूसरे दिन अपने टेस्ट करियर का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी प्रदर्शन किया। रूट ने 6.2 ओवर में तीन मेडन सहित 8 रन देकर पांच विकेट लिए, जिसके सामने भारत की पहली पारी 145 रन पर ऑलआउट हुई। यह टेस्ट क्रिकेट में पहला मौका है जब जो रूट ने एक पारी में पांच विकेट लिए हो। इसी के साथ जो रूट ने रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी है।
जो रूट 1983 में बॉब विलिस के बाद पहले इंग्लिश कप्तान बने, जिन्होंने टेस्ट मैच की एक पारी में पांच विकेट झटके हो। बॉब ने न्यूजीलैंड के खिलाफ 35 रन देकर पांच विकेट चटकाए थे। इसके अलावा टेस्ट में सबसे कम रन देकर पांच विकेट झटकने वाले कप्तानों में जो रूट दूसरे स्थान पर पहुंच गए हैं। रूट ने वेस्टइंडीज के कॉर्टनी वॉल्श को पीछे छोड़ा, जिन्होंने 1995 में वेलिंगटन में न्यूजीलैंड के खिलाफ 18 रन देकर 6 विकेट झटके थे। रूट ने केवल 8 रन देकर पांच विकेट लिए। वैसे, आर्थर गिलीगन इस मामले में नंबर-1 पर बने हुए हैं, जिन्होंने 1924 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ बर्मिंघम में 7 रन देकर 6 विकेट झटके थे।
25 साल बाद इतिहास दोहराया
बता दें कि जो रूट ने एक और खास उपलब्धि अपने नाम कर ली है। रूट टेस्ट क्रिकेट में दुनिया के तीसरे कप्तान बन गए हैं, जिन्होंने एक टेस्ट सीरीज में दोहरा शतक जमाया और एक पारी में पांच विकेट चटकाए हैं। रूट से पहले डेनिस एटकिंसन ने 1955 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह कमाल किया है। इसके बाद पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम ने 1996 में जिंबाब्वे के खिलाफ एक सीरीज में दोहरा शतक जमाया और एक पारी में पांच विकेट विकेट लिए।
बता दें कि जो रूट ने अपने छोटे से गेंदबाजी स्पेल में रिषभ पंत, अक्षर पटेल, रविचंद्रन अश्विन, जसप्रीत बुमराह और वॉशिंगटन सुंदर को अपना शिकार बनाया। रूट के अलावा जैक लीच ने भी शानदार प्रदर्शन किया और चार विकेट झटके। अहमदाबाद में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी इंग्लैंड की पहली पारी केवल 112 रन पर ऑलआउट हो गई थी, जिसके जवाब में भारत की पहली पारी 145 रन पर ऑलआउट हुई। भारत का एक समय स्कोर 99/3 था, लेकिन दूसरे दिन उसने पहले सेशन में 46 रन के भीतर 7 विकेट गंवा दिए।