- मृत हथिनी की तस्वीरें देखकर नाराज और दुखी हुए इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर केविन पीटरसन
- पीटरसन ने सोशल मीडिया पर लिखकर अपना गुस्सा प्रकट किया
- केरल में गर्भवती हथिनी को पटाखों से भरा अनानास खिलाकर मारने का मामला
लंदनः इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और एनिमल कार्यकर्ता केविन पीटरसन ने केरल में गर्भवती हथिनी की मौत को क्रूरता को बताया है। पीटरसन ने इंस्टाग्राम पर इस घटना का फोटो शेयर करते हुए लिखा, घृणित कार्य. मुझे भारत से हथिनी के साथ हुई क्रूरता की तस्वीरें मिली हैं, कोई ऐसा क्यों करेगा, आखिर क्यों? 27 मई को केरल के मल्लपुराम में 15 साल की गर्भवती हथनी एक बेहद गैरमानवीय घटना की शिकार हो गई।
किसी इंसान ने उस हथिनी को पटाखों से भरा अनानास दे दिया, जो उसके मुंह में फट गया। इससे उसके मुंह और जीभ में गंभीर चोटें आईं। बाद में तीन दिन तक नदी में खड़े-खड़े उसकी मौत हो गई। केरल के वन विभाग ने इस मामले में जांच शुरू कर दी है और दो लोगों को अब तक हिरासत में लिया जा चुका है।
रोहित और विराट भी गुस्से मेंः भारतीय टीम के बल्लेबाज रोहित शर्मा ने गुरुवार को कहा है कि केरल में गर्भवती हथिनी की मौत के बारे में सुनकर वे काफी दुखी हैं। उन्होंने साथ ही कहा कि किसी भी जानवर के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं किया जाना चाहिए। रोहित ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा, हम जंगली हैं, क्या हम सीख नहीं रहे हैं? केरल में जो उस हथिनी के साथ हुआ, वो दिल दुखाने वाला है। किसी भी जानवर के साथ इस तरह की वहशत नहीं की जानी चाहिए।
इससे पहले, भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली सहित कई खिलाड़ियों ने गर्भवती हथिनी की मौत पर बुधवार को गुस्सा और हैरानी व्यक्त की थी। कप्तान कोहली ने ट्वीट में लिखा था, केरल की घटना को जानकर काफी निराश और चकित हूं। मैं विनती करता हूं कि जानवरों का प्यार से देखभाल करें और ऐसे कायरतापूर्ण कृत्य बंद होने चाहिए। कोहली ने हथिनी और उसके पेट में पल रहे बच्चे की तस्वीर कार्टून के जरिए ट्विटर पर पोस्ट की थी।
साइना और छेत्री ने भी किया था ट्वीटः अनुभवी भारतीय महिला बैडमिंटन स्टार सायना नेहवाल ने कहा था कि यह बहुत ही दुखद है। उन्होंने लिखा, यह जानकर बहुत दुख हुआ। भारतीय फुटबाल टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने ऐसे लोगों को राक्षस कहते हुए कहा था, वह एक बेगुनाह गर्भवती हथिनी थी। यह उन लोगों के बारे में बताता है जो उन्होंने किया था। राक्षसो, मुझे बहुत उम्मीद है कि लोगों को इसकी कीमत चुकानी होगी। हम बार-बार प्रकृति को विफल करते रहते हैं। मुझे बताएं कि हम कैसे अधिक विकसित प्रजातियां हैं?