- जसप्रीत बुमराह ने लसिथ मलिंगा को दुनिया का सर्वश्रेष्ठ यॉर्कर गेंदबाज करार दिया
- बुमराह ने कहा कि मलिंगा ने लंबे समय तक इस गेंदबाज का उपयोग अपने फायदे के लिए किया
- बुमराह ने कहा कि गेंद पर थूक लगाने के विकल्प को खोजना चाहिए
नई दिल्ली: टीम इंडिया के प्रमुख तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने लसिथ मलिंगा को 'यॉर्कर करने में दुनिया का सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज' करार देते हुए कहा कि श्रीलंका के इस अनुभवी तेज गेंदबाज ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लंबे समय तक इस गेंद पर अपनी महारत का इस्तेमाल किया। बुमराह की इंडियन प्रीमियर लीग फ्रेंचाइजी मुंबई इंडियन्स ने उनके हवाले से ट्वीट में कहा, 'मलिंगा दुनिया में यॉर्कर के सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज हैं और उन्होंने इतने लंबे समय तक इसका इस्तेमाल अपने फायदे के लिए किया।'
आधुनिक क्रिकेट में यॉर्कर फेंकने वाले सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजों में से एक माने जाने वाले 26 साल के इस भारतीय तेज गेंदबाज ने कहा कि अभी उन्हें अंदाजा नहीं है कि कोविड-19 महामारी के कारण ब्रेक के बाद जब वह पूर्ण ट्रेनिंग में वापसी करेंगे तो उनके शरीर पर कैसा असर पड़ेगा। उन्होंने कहा, 'मैं हफ्ते में लगभग छह दिन ट्रेनिंग कर रहा हूं, लेकिन मैंने लंबे समय से गेंदबाजी नहीं की है। इसलिए मुझे नहीं पता कि जब मैं ब्रेक के बाद पहली बार गेंदबाजी करूंगा तो शरीर पर इसका कैसा असर पड़ेगा।'
खोजना होगा विकल्प
इससे पहले बुमराह ने कहा था कि कोरोना वायरस महामारी के बाद जब क्रिकेट दोबारा शुरू होगा तो आईसीसी द्वारा जारी नए नियमों का पालन करने जैसे विकेट लेने के बाद हाई-फाई करना और गले लगाना। इसे बंद करने में उन्हें कोई दिक्कत नहीं होगी। हालांकि, उन्होंने कहा था कि अगर गेंद पर थूक लगाने पर प्रतिबंध लगाया जाएगा तो फिर विकल्प खोजने की जरूरत है।
बुमहरा ने कहा था, 'मैं इतना लोगों को गले लगाने वाले में से नहीं हूं। न ही मुझे ज्यादा हाई-फाई करने की आदत है तो इससे मुझे ज्यादा दिक्कत नहीं होनी है। एक ही चीज में मेरा रूचि है कि गेंद पर थूक लगाना। मुझे नहीं पता कि क्रिकेट के मैदान में लौटने के बाद हमें किस तरह के दिशा-निर्देश मानने होंगे, लेकिन मेरा मानना है कि विकल्प होना जरूरी है। अगर गेंद अच्छे से बनाकर नहीं रखी जाएगी तो गेंदबाजों के लिए मुश्किल होगी।'
बुमराह ने आगे कहा, 'मैदान अब छोटे हो रहे हैं। विकेट एकदम पाटा (फ्लैट) बन रहे हैं। ऐसे में हमें किसी चीज की जरूरत है, गेंद को चमकाने के लिए कुछ करना होगा ताकि ये भी अपने रंग दिखाए। कभी रिवर्स स्विंग हो या फिर अच्छी स्विंग।'