- भारत ने जिंबाब्वे को तीसरे वनडे में 13 रन से हराया
- भारत ने वनडे सीरीज में जिंबाब्वे का 3-0 से क्लीन स्वीप किया
- केएल राहुल ने मैच के बाद दिया बड़ा बयान
नई दिल्ली: भारतीय टीम ने सोमवार को तीसरे व अंतिम वनडे में जिंबाब्वे को 13 रन से मात दी। केएल राहुल के नेतृत्व वाली भारतीय टीम ने इसी के साथ जिंबाब्वे का तीन मैचों की सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप किया। हरारे में खेले गए तीसरे वनडे में भारत ने पहले बल्लेबाजी की और निर्धारित 50 ओवर में 8 विकेट खोकर 289 रन बनाए। जवाब में जिंबाब्वे की टीम 49.3 ओवर में 276 रन बनाकर ऑलआउट हुई। याद दिला दें कि भारत ने पहला वनडे 10 विकेट जबकि दूसरा वनडे 5 विकेट से जीता था।
भारतीय कप्तान केएल राहुल ने जिंबाब्वे का क्लीन स्वीप करने के बाद कहा कि हमारे पास कुछ आईडिया थे और इन मैचों में उसका उपयोग करना चाहते थे। उन्होंने साथ ही कहा कि हमारे कुछ खिलाड़ियों को खेलने का ज्यादा समय नहीं मिला तो आज के मैच में इसका उपयोग करना चाहते थे। राहुल ने कहा, 'हम यहां कुछ आईडियाज के साथ आए और इन मैचों में उसका उपयोग करना चाहते थे। हम में से कुछ लोगों को पर्याप्त गेम टाइम नहीं मिला था तो उसका इस्तेमाल करना चाहते थे।'
राहुल ने आगे कहा, 'हमने जिस तरह खेला, वो हमारा पेशेवर अंदाज है।' राहुल ने स्वीकार किया कि सिकंदर रजा और ब्रेड इवांस की जोड़ी ने मुकाबले में उनके दिल की धड़कनें बढ़ा दी थी। रजा-इवांस ने आठवें विकेट के लिए 104 रन की शतकीय साझेदारी की और मुकाबला बेहद करीब ले आए। तब लग रहा था कि जिंबाब्वे जीत दर्ज कर लेगा। मगर इवांस को आवेश खान जबकि ठाकुर ने रजा को आउट करके पासा पलटा।
भारतीय कप्तान ने कहा, 'आज के मैच के बारें में मैं यह तो नहीं कहूंगा कि हम घबरा गए थे, लेकिन रजा और इवांस मैच को करीब लेकर गए। मगर यह अच्छा रहा है कि हमें चुनौती दी गई और गेंदबाजों की परीक्षा हुई।' राहुल ने साथ ही अपनी फिटनेस पर अपडेट दी। उन्होंने कहा, 'मैंने करीब 150 ओवर फील्डिंग की तो शरीर को अच्छा महसूस हो रहा है। हम इस विश्वास का उपयोग अगली सीरीज में करेंगे।'
अंत में भारतीय कप्तान ने प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज शुभमन गिल की जमकर तारीफ की। राहुल ने कहा, 'शुभमन गिल ने पूरी सीरीज में शानदार बल्लेबाजी की। उसने वेस्टइंडीज और इससे पहले आईपीएल में भी दमदार बल्लेबाजी की थी। जबि वो बल्लेबाजी करता है तो देखना बड़ा अच्छा लगता है। अच्छा लगा कि उसने अपने फॉर्म का लाभ उठाया और रन बनाए। ज्यादा अंतरराष्ट्रीय मुकाबले नहीं खेलने के बावजूद भी उसने शांति से अपनी बल्लेबाजी में सुधार किया, जो देखकर काफी अच्छा लगा।'