- 33 साल के मैथ्यू वेड ने सेमीफाइनल में खेली 17 गेंद में 41 रन की नाबाद पारी
- वेड ने कहा मैदान में उतरने से पहले थे वो नर्वस, ये हो सकती थी उनकी ऑस्ट्रेलिया के लिए आखिरी पारी
- वेड ने कहा फाइनल भी हो सकती है उनका ऑस्ट्रेलिया के लिए आखिरी मैच
दुबई: विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड ने सोचा था कि पाकिस्तान के खिलाफ टी20 विश्व कप सेमीफाइनल ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने के लिये संभवत: उनका अंतिम मौका होगा, पर वह 41 रन की नाबाद पारी खेलकर अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाने में सफल रहे। ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ वेड ने गुरूवार को पाकिस्तान के खिलाफ 17 गेंद में यह पारी खेली और ऑस्ट्रेलिया को पांच विकेट की जीत दिलाने में अहम भूमिका निभायी।
वेड ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'मैं मैच से पहले थोड़ा नर्वस था और जानता था कि ऑस्ट्रेलिया का प्रतिनिधित्व करने का यह अंतिम मौका हो सकता था।' उन्होंने कहा, 'मैं सिर्फ अच्छा करना चाहता था और वास्तव में इस मैच में जीत दर्ज करना चाहता था ताकि हमें टूर्नामेंट जीतने का मौका मिल जाये।' वेड ने कहा, 'फाइनल भी मेरा शायद अंतिम मैच हो सकता है। जैसा कि बीते समय में मैंने कहा है कि मैं इससे सहज हूं।'
शाहीन के ओवर में लगातार तीन छक्के जड़कर दिलाई जीत
ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिये 30 गेंद में 62 रन चाहिए थे। वेड ने शाहीन शाह अफरीदी पर 19वें ओवर में लगातार तीन छक्के जड़कर टीम को जीत दिलायी। यह पूछने पर कि क्या वह अफरीदी को निशाना बना रहे थे जिन्हें टी20 का बेहतरीन गेंदबाज माना जाता है तो वेड ने कहा, 'ईमानदारी से कहूं तो हमने उसे निशाना नहीं बनाया था। मार्कस स्टोइनिस ने शानदार पारी खेली जिससे हमने सोचना शुरू कर दिया कि अंत में इस लक्ष्य को हासिल कर लेंगे।'
स्टोइनिस की पारी की वजह से मिली आजादी
उन्होंने कहा, 'मुझे लगता है कि वह (स्टोइनिस) जिस तरह से खेला, उससे मैं अपनी इच्छानुसार खेलने के लिये सहज हो गया। हम किसी गेंदबाज को निशाना बनाने के बारे में सोच कर मैदान पर नहीं उतरते है। वह (अफरीदी) शानदार गेंदबाज हैं और शायद आज मैं भाग्यशाली रहा।'
वेड का अंतरराष्ट्रीय करियर 2017-18 एशेज से पहले उन्हें टीम से बाहर किये जाने के बाद ही समाप्त हुआ दिख रहा था। इस 33 साल के खिलाड़ी ने तीन साल में एक भी अंतरराष्ट्रीय टी20 मैच नहीं खेला था।