- महेंद्र सिंह धोनी ने कुछ दिनों पहले ही भारत में मेंटल हेल्थ के बारे में दिया था बयान
- धोनी ने की थी इस विषय के बारे में खुलकर चर्चा करने की वकालत
- धोनी ने कहा था कि मेंटल फिटनेस को मानसिक स्वास्थ्य से जोड़ना गलत
नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या की खबर ने पूरे देश के लोगों को झकझोर कर रख दिया है। पटना से निकलकर महज 34 साल की उम्र में नाम, शोहरत और पैसा कमाने वाला अभिनेता इस तरह जीवन से हार जाएगा यह किसी ने नहीं सोचा था। कहा जा रहा है कि पिछले छह महीने से सुशांत डिप्रेशन का सामना कर रहे थे। संभवत: अवसाद और भीड़ में अकेलापन उनके ऊपर हावी हो गया।
धोनी की भूमिका जिस अंदाज में उन्होंने एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी में अदा की थी उसे जीवन भर उनके और धोनी के फैन्स कभी नहीं भुला सकेंगे। लेकिन धोनी ने कुछ दिन पहले ही मेंटल हेल्थ और डिप्रेशन के बारे में बात करते हुए कहा था कि भारत में इस बारे में बातचीत करने की बहुत जरूरत है।
धोनी ने मेंटल हेल्थ के बारे में बात करते हुए कहा था कि भारत में मेंटल हेल्थ के भी मसले हैं लेकिन यहां जब लोगों की मानसिक स्थिति के बारे में बात की जाती है तो उसे मानसिक बीमारी से जोड़ दिया जाता है।
धोनी का सफर, सुशांत के जरिए
सुशांत सिंह राजपूत ने फिल्म एमएस धोनी द अनटोल्ड स्टोरी में धोनी की भूमिका अदा की थी। उन्होंने एक छोटे से शहर से छोटे से परिवार से ताल्लुक रखने वाले धोनी की सफलता की कहानी को जिस अंदाज में अदा किया था उसे देखकर हर कोई उनका कायल हो गया था। उन्होंने शायद अपने संघर्ष को धोनी की भूमिका अदा करते हुए दिखाने की कोशिश की थी जो उन्होंने ने पटना से मुंबई के बीच किया था।