- अजहर अली ने कहा बल्लेबाजों पर होगा जीत का दारोमदार
- हमारा गेंदबाजी आक्रमण है संतुलित, युवाओं के साथ-साथ हमारे पास हैं अनुभवी गेंदबाज
- 10 साल से है खाली स्टेडियमों में खेलने की आदत, नए नियमों के साथ बैठा लेंगे तालमेल
कराची: कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रही पाकिस्तानी टीम का रविवार को इंग्लैंड रवाना होना तय हो गया। कोविड-19 जांच में निगेटिव पाए गए 20 खिलाड़ी और सपोर्ट स्टाफ के 11 सदस्य इंग्लैंड के लिए रवाना होंगे। पीसीबी ने शनिवार को प्रेस रिलीज जारी करके इसकी पुष्टि की। ऐसे में पाकिस्तानी टीम के टेस्ट कप्तान अजहर अली ने दौरे पर रवाना होने से पहले हुंकार भरी है।
अजहर अली का मानना है कि उनकी टीम आगामी टेस्ट श्रृंखला में इंग्लैंड को उसकी सरजमीं पर हरा सकती है बशर्ते बल्लेबाज 300 से अधिक का स्कोर बना सकें। सीरीज का पहली टेस्ट 30 जुलाई से लॉडर्स के ऐतिहासिक मैदान पर खेला जाएगा। अली ने टीम की रवानगी से पहले मीडिया से बात करते हुए कहा, 'मुझे लगता है कि अगर हमारे बल्लेबाज 300 से अधिक का स्कोर बना सके तो हम इंग्लैंड को हरा सकते हैं। हाल ही के दौरों पर हमने अच्छी वापसी करके वहां उम्दा प्रदर्शन किया है।'
संतुलित है गेंदबाजी आक्रमण
अली ने टीम के युवा तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर उठी आशंकाओं को खारिज करते हुए कहा, 'मेरा मानना है कि हमारे पास अच्छे तेज गेंदबाज और स्पिनर हैं और हम इंग्लैंड को कड़ी चुनौती दे सकते हैं। शाहीन शाह अफरीदी, नसीम शाह और मोहम्मद हसनैन जैसे युवाओं में काफी क्षमता है और हमारे पास अनुभव की भी कमी नहीं है।'
खाली स्टेडियम में खेलने की है आदत
अली ने यह भी कहा कि कोरोना वायरस महामारी की वजह से आईसीसी द्वारा लागू किए गए नए नियमों के अनुरूप ढालने में उनके गेंदबाजों को परेशानी नहीं आयेगी। इस बारे में उन्होंने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि लार के इस्तेमाल पर रोक बड़ी समस्या होगी। आम तौर पर तेज गेंदबाजों को खूब पसीना आता है और ड्यूक गेंद पर मोम के मुलम्मे से उसकी चमक बरकरार रहेगी। हमें खाली स्टेडियमों में खेलने की आदत है और हमसे बेहतर कोई नहीं जानता कि ऐसे माहौल में बल्लेबाजी करना कैसा लगता है चूंकि हम पिछले दस साल से यूएई में ऐसे ही मैदानों में खेल रहे हैं।'
पिछले दौरे पर बराबर रही थी सीरीज
पाकिस्तानी टीम पिछली बार जब इंग्लैंड दौरे पर टेस्ट सीरीज खेलने गई थी तब 2 मैच की वो सीरीज 1-1 से बराबर रही थी। पाकिस्तानी टीम ने लॉर्ड्स में खेले गए पहले टेस्ट में शानदार गेंदबाजी के बल पर जीत हासिल की थी। वहीं इंग्लैंड ने दूसरे टेस्ट मैच में जोस बटलर के शानदार खेल की बदौलत सीरीज बराबर करने में सफल रही थी।
इस मामले में रहेगा इंग्लैंड का पलड़ा भारी
इस बार भी लॉर्ड्स में ही सीरीज की शुरुआत हो रही है। ऐसे में पाकिस्तानी टीम के पास जीत हासिल करने का शानदार मौका है। पिछले कुछ सालों में लॉर्ड्स में इंग्लिश टीम का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। दोनों टीमों के बीच खेली जाने वाली ये सीरीज वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का हिस्सा है। ऐसे में कोई भी टीम आसानी से हार नहीं मानेगी। हालांकि वेस्टइंडीज के खिलाफ तीन मैच की टेस्ट सीरीज खेलने के बाद इंग्लैंड की टीम के पास इस सीरीज में उतरने से पहले जरूरी मैच प्रैक्टिस होगी और पाकिस्तानी टीम को इसकी कमी खलेगी।