- एमएस धोनी 7 जुलाई को अपना 39वां जन्मदिन मनाएंगे
- सीएसके के टीम मैनेजर ने इस मौके पर एक डीपी रखने की जानकारी साझा की
- धोनी का आईपीएल 2020 में चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से खेलना तय है
नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी भले ही सोशल मीडिया पर सक्रिय नहीं हो, लेकिन उनके फैंस ने कई प्लेटफॉर्म्स पर अपने चहेते खिलाड़ी की तारीफ करना जारी रखा है। एमएस धोनी के फैंस ने अभी से ही उनके बर्थडे के जश्न मनाने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स के कप्तान 7 जुलाई को 39वां जन्मदिन मनाएंगे। सीएसके के टीम मैनेजर लक्ष्मी नारायण ने इस मौके को खास बनाने के लिए एक कॉमन डीपी रखने की जानकारी साझा की है।
कई सोशल मीडिया यूजर्स नारायण द्वारा शेयर की डीपी को अपनी फोटो से बदल चुके हैं और करोड़ों यूजर्स से ऐसा करने की उम्मीद है। इसका मतलब यह हुआ कि धोनी के बर्थडे के दिन उनके फैंस की ट्विटर डीपी एक ही रहेगी।
कैप्टन कूल धोनी
चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ जुड़ने के कारण धोनी के राज्य में बड़े तबके में फैंस हैं। लोग उन्हें थाला यानी लीडर बुलाते हैं। धोनी इस फ्रेंचाइजी की 2008 से कप्तानी कर रहे हैं। उनकी कप्तानी में सीएसके ने सभी मौकों पर आईसीसी के दूसरे राउंड में प्रवेश किया। धोनी आईपीएल इतिहास में सबसे ज्यादा जीत दर्ज करने वाले कप्तान हैं और उनके नेतृत्व में सीएसके तीन खिताब जीत चुकी है। धोनी के कप्तान रहते सीएसके ने अब तक 7 बार फाइनल खेले। उल्लेखनीय है कि धोनी का सर्वश्रेष्ठ टेस्ट स्कोर 224 रन भी चेन्नई में बना था। उन्होंने 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह पारी खेली थी।
सीएसके ने मारी बाजी
आईपीएल 2008 में धोनी मार्की खिलाड़ियों में से एक थे, उस समय उनकी घरेलू टीम इसमें नहीं थी। धोनी ने नीलामी में उतरने का फैसला किया और चेन्नई सुपरकिंग्स से 1.5 मिलियन यूएस डॉलर में जुड़े। हालांकि, अगर सीएसके आइकॉन खिलाड़ी को खरीदती तो शायद धोनी उनका नेतृत्व करने से चूक जाते। आईपीएल के पूर्व सीओओ सुंदर रमन ने धोनी के सीएसके से जुड़ने की कहानी का खुलासा किया था। चूकि येलो आर्मी ने आइकॉन खिलाड़ी नहीं खरीदा, तो नीलामी में जाते समय उनका बजट ज्यादा था। उन्होंने धोनी को खरीदने के लिए इन पैसों का उपयोग किया।
सुंदर ने कहा, '2008 आईपीएल में बात निश्चित थी कि मार्की खिलाड़ियों को उनकी घरेलू फ्रेंचाइजी के साथ ही जोड़ा जाएगा। सचिन तेंदुलकर मुंबई, वीरेंद्र सहवाग दिल्ली, युवराज सिंह पंजा, सौरव गांगुली कोलकाता के साथ। मगर एमएस धोनी तब अपने स्टारडम के चरम पर थे और उनकी घरेलू टीम इसमें शामिल नहीं थी। तो वो क्या करते? उन्होंने चेन्नई को अपना घर बनाया। उस समय आइकॉन खिलाड़ियों की सैलरी फिक्स नहीं थी। उन्हें टीम में सबसे महंगे खिलाड़ी से 15 प्रतिशत ज्यादा वेतन मिलता था। सीएसके के पास आइकॉन खिलाड़ी नहीं था, उनके पर्स में ज्यादा पैसे थे। भारतीय कप्तान को चेन्नई ने खरीदा।'
बता दें कि 2019 विश्व कप के बाद से एमएस धोनी ने एक भी प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है। उनका आईपीएल 2020 में सीएसके की तरफ से लौटना तय था। धोनी ने लीग शुरू होने से एक महीने पहले ट्रेनिंग सेशन में हिस्सा भी लिया था। मगर कोरोना वायरस महामारी के कारण टी20 टूर्नामेंट को अनिश्चितकालीन समय के लिए स्थगित कर दिया गया है।