- बांग्लादेश ने भारत को पहले वनडे में दी 1 विकेट के अंतर से मात
- 136 रन पर 9 विकेट झटकने के बाद भी टीम इंडिया को नसीब नहीं हुई जीत
- मेहदी हसन मिराज और मुस्तफिजुर रहमान के बीच अर्धशतकीय साझेदारी की वजह से मिली जीत
मीरपुर: बांग्लादेश ने रविवार को तीन मैच की वनडे सीरीज का शुरुआत टीम इंडिया के खिलाफ एक विकेट के अंतर से रोमांचक जीत के साथ की। लो स्कोरिंग मैच में टीम इंडिया 41.2 ओवर में 186 रन बनाकर ढेर हो गई। इसके बाद 187 रन के लक्ष्य का बचाव करते हुए 136 रन पर बांग्लादेश के 9 विकेट चटका लिए थे। लेकिन भारत और जीत के बीच 25 वर्षीय मेहदी हसन मिराज बाधा बन गए। उन्होंने दसवें विकेट के लिए मुस्तफिजुर रहमान के साथ रिकॉर्ड 51 रन की नाबाद साझेदारी करके टीम को भारत के खिलाफ 1 विकेट से यादगार जीत दिला दी। मेहदी हसन ने 39 गेंद में नाबाद 38 रन की पारी खेली।
बांग्लादेश ने खुद पर रखा काबू
रोमांचक मुकाबले में 1 विकेट के अंतर से हार के बाद टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा ने नाखुशी जताते हुए कहा, यह काफी नजदीकी मैच था। हमने मैच में अच्छी वापसी की, लेकिन हम अच्छी बल्लेबाजी नहीं कर सके थे। हमने गेंदबाजी अच्छी की और उनके ऊपर दबाव बनाए रखा। लेकिन उन्होंने आखिरी के पलों में खुद पर काबू रखा और जीत हासिल करने में सफल रहे।
जीत के लिए नाकाफी था स्कोर
रोहित ने आगे कहा, अगर आप हमारी गेंदबाजी को देखें तो हमें वह आखिरी विकेट लेना चाहिए था, हमने पूरे मैच में विकेट लिए, हमने जो स्कोर खड़ा किया वो जीत के लिए नाकाफी था। अगर हम 30 से 40 और बनाते तो मैच का परिणाम कुछ और होता।
बीच के ओवरों में विकेट गंवाने के बाद नहीं कर पाए वापसी
रोहित ने टीम इंडिया की बल्लेबाजी के बारे में टिप्पणी करते हुए कहा, केएल राहुल और वॉशिंगटन सुंदर की बल्लेबाजी की वजह से हम इस स्कोर तक पहुंचने में सफल हुए। दुर्भाग्य से हमने मध्य ओवरों में विकेट गंवाए और ऐसे में वापसी कर पाना मुश्किल होता है। पिच भी चुनौतीपूर्ण थी। जब गेंद घूम रही हो तो आपको समझना होगा कैसे खेलना है, हम इस तरह की परिस्थिति के आदी हैं।
स्पिनर्स का सामना करना सीखना होगा
रोहित ने अंत में कहा, इन परिस्थितियों में स्पिनर्स का सामना कैसे करें हमें इस पहलू पर काम करना होगा। हमारे खिलाड़ी ऐसी ही परिस्थितियों में खेलकर बड़े हुए हैं। ऐसी स्थितियों में खेलना उनके जीन में है। केवल दबाव को संभालने की बात है। जब आप दबाव को संभालना सीख जाते हैं और एक बार ऐसा करते हैं तो आपके अंदर आत्मविश्वास आता है। उम्मीद है कि हम अगले मैचों में ऐसा करने में कामयाब होंगे।