- रिषभ पंत ने चेन्नई टेस्ट में खेली 91 रन की धमाकेदार पारी
- ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारतीय टीम की सीरीज जीत के रहे थे हीरो
- आईसीसी रैंकिंग में लगातार चढ़ रहे हैं ऊपर और रच रहे हैं इतिहास
चेन्नई: भारतीय क्रिकेट टीम के ऑस्ट्रेलिया में सीरीज जीत के हीरो रहे विकेटकीपर बल्लेबाज रिषभ पंत को शुरुआत से ही एमएस धोनी का उत्तराधिकारी माना जाता रहा है। लोग उनकी बल्लेबाजी के बेखौफ अंदाज के तो कायल हैं लेकिन ग्लव्स के साथ विकेट के पीछे की कमजोरी भी उजगर हो चुकी है। बावजूद इसके पंत छोटे के करियर में कई बड़ी उपलब्धियां हासिल कर चुके हैं जो एमएस धोनी भी बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज टीम इंडिया के लिए अपने करियर में हासिल नहीं कर सके।
टेस्ट रैंकिंग में 13वें पायदान पर पहुंचे पंत
बुधवार को रिषभ पंत के नाम ऐसी ही एक और उपलब्धि दर्ज हो गई। इंग्लैंड के खिलाफ चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में 91 रन बनाकर उन्होंने टीम को मुश्किल से तो उबारा लेकिन दूसरी पारी में महज 11 रन की पारी खेलकर आउट हो गए और टीम को हार से नहीं बचा सके। लेकिन पहली पारी में खेली
अर्धशतकीय पारी का असर आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में उनके प्रदर्शन पर दिखाई दिया और वो 703 रेटिंग प्वाइंट्स के साथ 13वें स्थान पर पहुंच गए हैं। ये उनकी अब तक की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है।
700 रेटिंग प्वाइंट्स हासिल करने वाले पहले फुलटाइम विकेटकीपर
इसी के साथ ही वो आईसीसी टेस्ट रैंकिंग में 700 से ज्यादा रेटिंग प्वाइंट हासिल करने वाले भारत के पहले फुलटाइम विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। पंत ने ये उपलब्धि अपने छोटे से टेस्ट करियर का 17वां टेस्ट खेलत हुए हासिल कर ली। साल 2018 में पंत ने इंग्लैंड के खिलाफ नॉटिंग्घम में टेस्ट डेब्यू किया था। अब तक खेले 17 टेस्ट की 29 पारियों में वो 44.07 की औसत से 1190 रन बना चुके हैं। उन्होंने इस दौरान 2 शतक और 5 अर्धशतक जड़े हैं। उनके दोनों शतक विदेशी सरजमीं पर आए हैं।
धोनी टेस्ट रैंकिंग में 20वें पायदान तक पहुंचे
धोनी ने व्हाइड बॉल क्रिकेट में तो बहुत से धमाके किए लेकिन टेस्ट क्रिकेट में वो 90 टेस्ट की 144 पारियों में 38.09 के औसत से 4876 रन बना सके। इस दौरान उन्होंने 6 शतक और 33 अर्धशतक जड़े। धोनी अपने करियर में टेस्ट रैंकिंग में 20वें पायदान तक पहुंच सके। ये रैंकिंग उन्होंने नवंबर 2013 को हासिल की थी। धोनी टेस्ट करियर में अधिकतम 662 रेटिंग प्वाइंट हासिल कर सके।