- भारत का ऑस्ट्रेलिया दौरा 2020
- विराट कोहली और रोहित शर्मा में बेहतर कप्तान कौन?
- पूर्व पाकिस्तानी तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने छेड़ी नई बहस
नई दिल्ली: पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का मानना है कि आस्ट्रेलिया में विराट कोहली की गैरमौजूदगी में जब रोहित शर्मा भारतीय टेस्ट टीम की अगुआई करेंगे तो इस बहुप्रतीक्षित श्रृंखला में उनके पास सीमित ओवरों के एक प्रारूप में टीम की कप्तानी का दावा मजबूत करने का ‘सर्वश्रेष्ठ मौका’ होगा। रोहित शर्मा की अगुआई में मुंबई इंडियन्स के लगातार पांचवां इंडियन प्रीमियर लीग खिताब जीतने के बाद भारतीय टीम में अलग प्रारूप में अलग कप्तान नियुक्त करने की मांग तेज होने लगी है। कोहली की गैरमौजूदगी में रोहित की अगुआई में भारत ने एशिया कप खिताब भी जीता था।
अजिंक्य रहाणे को टेस्ट टीम का उप कप्तान बनाया गया है लेकिन अख्तर को लगता है कि एडीलेड ओवल में पहले टेस्ट के बाद रोहित को कप्तानी की जिम्मदेरी सौंपी जाएगी। भारतीय कप्तान कोहली पहले टेस्ट बाद अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौट जाएंगे। कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय टेस्ट टीम की कप्तानी के बारे में पूछने पर अख्तर ने पीटीआई से कहा, ‘‘इस पर मेरा रुख बेहद साफ है। जितना मुझे पता है तो विराट टीम को आगे ले जाने के लिए बेताब है। यह इस पर निर्भर करता है कि वह कितनी थकान महसूस कर रहा है। वह 2010 से लगातार खेल रहा है, उसने 70 शतक और ढेरों कर बनाए हैं।’’
अगर वो थका हुआ है तो..
उन्होंने कहा, ‘‘अगर वह थकान महसूस कर रहा है तो फिर उसे एक प्रारूप (प्राथमिक रूप से टी20 में) में नेतृत्व भूमिका रोहित को देने पर विचार करना चाहिए। ’’ अख्तर ने कहा, ‘‘आईपीएल में मुझे उसके चेहरे पर नीरसता नजर आ रही थी, यह शायद जैविक रूप से सुरक्षित माहौल में रहने के कारण था, वह थोड़ा तनाव में लग रहा था। यह सब इस पर निर्भर करेगा कि वह कैसा महसूस कर रहा है। रोहित पिछले कुछ समय से कप्तानी के लिए तैयार है।’’
वो अपनी प्रतिभा की कीमत जानता है
ये सीरीज विदेशी हालात में सलामी बल्लेबाज के रूप में रोहित की पहली श्रृंखला होगी और उनके सामने पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड जैसे तेज गेंदबाजों का सामना करने की मुश्किल चुनौती होगी। उन्होंने कहा, ‘‘रोहित भारत के महानतम बल्लेबाजों में से एक है। अब वह अपनी प्रतिभा की असली कीमत समझते हैं।’’
वो फायदा उठाने की पूरी कोशिश करेगा
अख्तर ने कहा, ‘‘आस्ट्रेलिया में कप्तान के रूप में खुद को साबित करने का उसके पास सर्वश्रेष्ठ मौका होगा। वह दोनों हाथों से इस मौके का फायदा उठाने की कोशिश करेगा। उसमें टीम की अगुआई करने की प्रतिभा और क्षमता है। यह भारत के लिए मुश्किल चुनौती होगी।’’ भारत ने दो साल पहले आस्ट्रेलिया में पहली बार श्रृंखला जीती थी लेकिन कोहली की गैरमौजूदगी में इस बार भारत की राह और मुश्किल होगी जबकि डेविड वार्नर और स्टीव स्मिथ की वापसी से आस्ट्रेलिया की टीम मजबूत होगी।
अख्तर ने कहा, ‘‘मेरे नजरिये से भारत के पास दोबारा जीतने की क्षमता है लेकिन अगर मध्यक्रम प्रदर्शन नहीं करता है तो मुझे लगता है कि वे जूझते हुए नजर आएंगे। लोग इस श्रृंखला को काफी रुचि के साथ देखेंगे जिसमें मैं भी शामिल हूं।’’
ये होगी सबसे बड़ी चुनौती
उन्होंने कहा, ‘‘डे-नाइट टेस्ट उनकी सबसे बड़ी चुनौती होगी। अगर भारत इन हालात में अच्छा खेलता है तो फिर कुछ भी हो सकता है। बेहतर गेंदबाजी के साथ भारत सभी विभाग में अच्छा है और अंतिम तीन टेस्ट में कोहली की जगह लोकेश राहुल लेगा। ’’ अख्तर ने कहा, ‘‘विदेशी हालात में लय हासिल करने में दो से तीन पारियां लगेंगी। आप उछाल लेती गेंद पर ड्राइव नहीं कर सकते और शरीर के करीब शॉट खेलने होंगे।’’ पाकिस्तान की ओर से 46 टेस्ट और 163 वनडे खेलने वाले अख्तर ने कहा, ‘‘यह देखना रोमांचक होगा कि पिचें कैसी होंगी। यह तय है कि आस्ट्रेलिया भारत पर कड़ा प्रहार करेगा और गेंद को ड्राइव करना आसान नहीं होगा।’’