- विराट कोहली ने भारत की सबसे ज्यादा टेस्ट में कप्तानी के मामले में एमएस धोनी की बराबरी की
- कोहली ने धोनी के रिकॉर्ड की बराबरी पर कहा कि शानदार यात्रा रही
- विराट कोहली ने कहा- भारत की इतने लंबे समय तक कप्तानी करना अविश्वसनीय है
अहमदाबाद: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने गुरुवार को इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट में एक गजब की उपलब्धि हासिल कर ली है। विराट कोहली ने सबसे ज्यादा टेस्ट में भारत की कप्तानी के मामले में एमएस धोनी की बराबरी कर ली है। विराट कोहली ने भारत की कप्तानी की यात्रा के बारे में बातचीत करते हुए कहा कि इतने लंबे समय तक टीम की कप्तानी करना अविश्वसनीय रहा। उन्होंने साथ ही कहा कि टीम में शानदार खिलाड़ी हैं, जिन्होंने कप्तान के रूप में उनका दृष्टिकोण सार्थक किया।
बता दें कि नरेंद्र मोदी स्टेडियम पर चल रहा चौथा टेस्ट कोहली का बतौर भारतीय कप्तान 60वां टेस्ट हैं। धोनी ने 7 साल के कप्तानी करियर में इतने ही मैचों की कप्तानी की थी। कोहली ने हाल ही में घरेलू जमीन पर सबसे ज्यादा जीत दर्ज करने के मामले में एमएस धोनी को पीछे छोड़ा था। विराट कोहली ने चौथे टेस्ट में टॉस के समय बातचीत करते हुए कहा, 'हम भी पहले बल्लेबाजी करना पसंद करते। पहले दिन बल्लेबाजी के लिए पिच अच्छी लग रही है। भारत के लिए इतने लंबे समय तक कप्तानी करना अविश्वसनीय है। टेस्ट में हमारी रैंकिंग भी अच्छी रही।'
हमें अपना सर्वश्रेष्ठ देना है: कोहली
कोहली ने आगे कहा, 'हम एक टीम के रूप में एकजुट होकर खेलने पर ध्यान दे रहे हैं। हमारे पास शानदार खिलाड़ियों का झुंड है, जिन्होंने बतौर कप्तान मेरा दृष्टिकोण अपनाया है। हमें अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में रहना है। इंग्लैंड एक शानदार टीम है, जो हमें दबाव में डाल सकती है। हमें अपने खेल में सर्वश्रेष्ठ पर रहना होगा। मोहम्मद सिराज को जसप्रीत बुमराह की जगह शामिल किया गया है।'
बता दें कि इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने गुरुवार को भारत के खिलाफ चौथे व अंतिम टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया है। टीम इंडिया ने तीसरे टेस्ट की तुलना में अपनी प्लेइंग इलेवन में केवल एक बदलाव किया है। जसप्रीत बुमराह की जगह मोहम्मद सिराज को शामिल किया गया है। वहीं इंग्लैंड ने अपनी टीम में दो बदलाव किए हैं। स्टुअर्ट ब्रॉड और जोफ्रा आर्चर की जगह डान लॉरेंस व डॉम बेस को शामिल किया गया है।
बता दें कि चार मैचों की सीरीज में विराट कोहली के नेतृत्व वाली भारतीय टीम 2-1 से आगे है। चेन्नई में खेले गए पहले टेस्ट में इंग्लैंड ने 227 रन से जीत दर्ज की थी। इसके बाद भारतीय टीम ने चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट को 317 रन से जीता। फिर अहमदाबाद में खेले गए डे/नाइट टेस्ट को भारतीय टीम ने दूसरे ही दिन 10 विकेट से जीत लिया था। भारतीय टीम को अगर आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना है तो उसे यह टेस्ट कम से कम ड्रॉ कराना होगा। अगर वह मुकाबला ड्रॉ कराने या जीतने में सफल हुई तो डब्ल्यूटीसी फाइनल में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी।